यूपी के चुनावी प्रचार में राजनेता, जनता से जुड़े मुद्दों को छोड़कर बाकि तमाम दावपेंच आजमाने में लगे हैँ। और ऐसे प्रचार करते वक्त एक दूसरे पर बातों से हमला बोलने से भी नहीं चूकते। बुंदेलखंड जैसा क्षेत्र जो विकास से कोसों दूर है, उसकी बात करने की बजाय जुमलेबाजी करके सियासी दाव लग रहे हैं। पूरी राजनीति शेर को सवा शेर या कहे जैसे को तैसा वाले रंग में घोली नजर आ रही है यानि अगर एक नेता जुमलेबाजी करता है तो दूसरे का जवाब भी उसी स्टाइल में होता है। जैसे वो जताना चाह रहे हो कि हम किसी से कम नहीं या फिर यूं कहें कि चुनाव प्रचार में जुमलेबाजी की होड़ लगती है।
एपीएन के स्टूडियो में 21 फरवरी को इसी मुद्दे पर चर्चा की गई की क्या इस बार चुनावी प्रचार में नेताओं की जुमलेबाजी पर होड़ लगी है या वो साबित करना चाह रहें हैं कि हम किसी से कम नहीं। इसी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल थे। तो मुद्दे के मेहमान थे अनिला सिंह(बीजेपी, प्रवक्ता), डॉ हिलाल नकवी (कांग्रेस, प्रवक्ता), जगदेव सिंह यादव (सपा, प्रवक्ता) और गोविंद पंत राजू (सलाहकार सम्पादक, एपीएन)। मुद्दे का संचालन किया एंकर हिमांशु दीक्षित ने।
मुद्दे पर तमाम मेहमानों ने अपनी अपनी बात रखी। विपक्षियों से सवाल जवाब हुए।
अनिला सिंह ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी जुमलेबाजी कर रहे हैं तो वो कुछ गलत नहीं कह रहे हैं। वो बस राजनीति में एक हांडी दो पेट न करने की सलाह दे रहे हैं यानि किसी एक धर्म के लिए काम करना और दूसरे धर्म के लिए कुछ न करना उचित नहीं है। श्मशान घाट और कब्रिस्तान के लिए किए गए कामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी की मंशा है, सबका साथ सबका विकास। और कांग्रेस जिस पार्टी की बुराइयां करते नहीं थक रही थी वो आज उन्हीं की गोदी में जा बैठे है। कांग्रेस लटकन पार्टी है वहीं बीजेपी जुबान की पक्की पार्टी है। सपा के काम गिनवाते हुए अनिला ने कहा कि अखिलेश सरकार ने तालाबों की खुदाई तो कराई, मगर वो शुरु नहीं कराए और उसके नाम का पैसा कहीं और ही पहुंचा दिया।
जगदेव सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तो भारी जुमला पार्टी है। 3 साल में मोदी ने कुछ काम नहीं किया,वादे तो बहुत किए मगर निभाया कोई नहीं। बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया और नोटबंदी के काम पर देश को बर्बाद कर दिया। पीएम मोदी में अगर नैतिकता बची है तो उनको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अखिलेश यादव ने जब से सरकार की बागडोर संभाली है तब से हर वर्ग के लिए काम किया है। गधों के प्रचार वाली बात के यान को सही ठहराते हुए जगदेव सिंह ने कहा कि पशु संरक्षक अधिनियम का इस्तेमाल करना गलत है तो अखिलेश तो बस ऐसा न करने की सलाह दे रहे थे। मोदी और अमित शाह साम्प्रदियकता फैला रहे हैं और यूपी और गुजरात बनाना चाहते हैं।
डॉ हिलाल नकवी ने कहा कि गठबंधन हर धर्म के त्योहारों को संस्कृति का हिस्सा मानता है। और वो धर्म के नाम पर नहीं संस्कृति का हिस्सा मानकर उनके लिए काम करता है। मोदी सरकार को लग रहा है कि अब वो हारने वाली है तो जुमलों का इस्तेमाल करके जनता को भटकाना चाहते हैं। बुदेलखंड के लिए यूपीए सरकार ने 8 हजार करोड़ का पैकेज दिया लेकिन मायावती सरकार ने उनका सही इस्तेमाल नहीं किया। केंद्र सरकार मनरेगा के नाम पर सही समय पर पैसा नहीं देती इसीलिए लोग पलायन कर रहे हैं। गठबंधन पर सफाई देते हुए हिलाल ने कहा कि अखिलेश सरकार को मोदी सरकार ने विकास नहीं करने दिया। यूपीए और सपा विकास चाहते थे इसीलिए गठबंधन हुआ।
गोविंद पंत ने कहा कि ऐसे जुमलों का इस्तेमाल करना गलत है चाहे वो कोई भी राजनेता हो। श्मशान, कब्रिस्तान की बात करना यूपी की जनता का अपमान है और उनके नाम पर किए गए काम गिनवाना भद्दा मजाक है। कांग्रेस का कहना अगर यह है कि बीजेपी हारने की वजह से धर्म के नाम पर बात कर रही है तो पिछले लोकसभा चुनाव में दो कांग्रेस के बड़े नेताओं पर धर्म के नाम पर चुनाव खराब करने की वजह से उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। विपक्ष को जहां मोदी की जुमलेबाजियों का विरोध करना चाहिए वहीं वो भी हम किसी से कम नहीं की होड़ में जुमलेबाजी से ही जवाब दे रहे हैं। मुद्दे पर बात न करके जनता को बरगलाया जा रहा है। असल मुद्दों पर राजनेता अपनी बात जनता को नहीं समझा पा रहे हैं। काम करने के नाम पर सारी ही पार्टियां एक जैसी है।