यूपी की योगी सरकार राज्य का संपूर्ण विकास करने के लिए एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास के साथ-साथ सूबे से भष्टाचार को भी खत्म करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सीएम योगी ने सभी सरकारी अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देने के साथ अपने मंत्रियों को भी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा था। मुख्यमंत्री के इस फरमान के बाद उनके सिर्फ 13 मंत्रियों ने ही अभी तक अपनी संपत्ति की जानकारी साझा की है। जिसके बाद सीएम योगी ने मंत्रियों को पत्र लिखकर फटकार लगाई है।

ख़बरों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को बुधवार तक ब्यौरा सौंपने का अल्टीमेटम दिया है। मंत्रियों को लिखे इस पत्र में नाराज सीएम योगी ने अल्टीमेटम के साथ-साथ कुछ हिदायतें भी दी हैं। योगी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों के लिए आचरण संहिता बनाई है।  सूत्रों के मुताबिक आचरण संहिता में योगी ने अपने मंत्रियों से मंत्री बनने से पहले अगर किसी कंपनी में हिस्सेदारी या आमदनी रही है तो उसका भी विवरण देने को कहा है।

इसके अलावा सीएम योगी ने अपने मंत्रियों को 5000 से ज्यादा का उपहार ना लेने और बेवजह की दावतों से दूर रहने की हिदायत दी है। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि मंत्री शासकीय दौर में निजी आवास और सर्किट हाउस में ठहरने के साथ किसी भी दिखावे से बचें। योगी ने सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि मंत्री हर साल 31 मार्च तक परिसंपत्तियों का ब्योरा दें।

इसके अलावा सीएम योगी ने यह भी कहा कि सभी मंत्री सोने-चांदी से जुड़ी जानकारियों को साझा करें। योगी ने मंत्रियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि मंत्री के किसी रिश्तेदार ने किसी विभाग में ठेका तो नहीं लिया साथ ही एक और अहम सलाह देते हुए कहा कि मंत्री ऐसा कोई भी कारोबार ना करें जो सरकार से जुड़ा हो।

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