चीन भारत के प्रति सामरिक नीति में लगातार आक्रामक होते जा रहा है। जहां पिछले एक महीने से डोकलाम विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा, वहीं दूसरी ओर अब चीन ने मोदी सरकार पर हिन्दू राष्ट्रवाद थोपने का आरोप लगाया है। चीन की सरकारी मीडिया ‘ग्लोबल टाइम्स’ का कहना है कि ‘हिन्दू राष्ट्रवाद’ ने पीएम नरेंद्र मोदी की चीन नीति को प्रभावित किया है और इस वजह से दोनों देशों में युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, वह मुस्लिमों के खिलाफ लगातार जारी हिंसा को रोकने में प्रभावी साबित नहीं हुई है। पीएम मोदी ने हिन्दू राष्ट्रवाद के सहारे ही सत्ता हासिल की थी और अब वे इसे चीन और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी रणनीति के रूप में दुनिया के समक्ष पेश करना चाहते हैं। कुछ लोग भारत को 1962 में मिली शिकस्त को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, यही वजह है कि भारत इस तरह के कदम उठा रहा है।
इस लेख में डोकलाम विवाद पर ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि इस पूरे विवाद को भारतीय मीडिया में जान-बूझकर हवा दी गई है ताकि हिन्दू राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ाया जा सके। उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में भारत को याद दिलाया कि भारत चीन के राष्ट्रीय ताकत से बेहद कमजोर है, लेकिन कहीं न कहीं भारतीय राजनीति इस बात को समझ नहीं पा रही है। भारत बार-बार इस बात को बढ़ा-चढ़ा कर बता रहा है, जबकि चीन अपने सभी विकास कार्यों में भारत को न्यौता देना चाहता है। भारत पर यह भी आरोप लगाया गया कि भारत चीन के विकास को हजम नहीं कर पा रहा है। लेख में लिखा है कि ‘चीन जितना ज्यादा विकास करता है भारत उतना अधिक घबरा जाता है।’
लेख के अंत में भारत को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर भारत अपने रणनीति में बदलाव नहीं करता है तो भारत के हित खतरे में पड़ सकते हैं और भारत को युद्ध का सामना भी करना पड़ सकता है।