भारत में कोरोना की दूसरी लहर तबाही लेकर आई है। अस्पतालों में बेड़ नहीं है। सीढ़ियों पर मरीज बैठकर इलाज का इंतजार कर रहे हैं। इलाज के इंतजार में अस्पताल के बाहर दम तोड़ रहे हैं। ऑक्सीजन की भारी कमी है। देश में 24 घंटे के भीतर 2 लाख से अधिक मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। वहीं 1,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है। लखनऊ में श्मशान घाट पर जगह नहीं बची है। वहीं वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर लोग शवों को जलाने के लिए लाइन लगा कर कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं। इस भयंकर मंजर के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। 

सरकार ने कहा है कि पीएम केयर्स फंड के तहत 100 नए अस्पतालों में उनका खुद का ऑक्सीजन प्लांट होगा। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सरकार ने कहा है कि पीएम केयर फंड के तहत 100 नए अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे और 50 हजार मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का आयात भी किया जाएगा। 

केंद्र सरकार ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते 50,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी, जबकि इसके संसाधनों और उत्पादन क्षमता का अत्यधिक मामलों वाले 12 राज्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए चिह्नीकरण किया गया है। इसने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को इसके लिए निविदा प्रक्रिया को पूरा करने तथा विदेश मंत्रालय के मिशनों द्वारा चिह्नित आयात के लिए संभावित संसाधन तलाशने का भी निर्देश दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह इस संबंध में आदेश जारी कर रहा है और इसे गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किया जाएगा।  जरूरत वाले इन 12 राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं। दरअसल, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा के लिए गुरुवार को एम्पावर्ड ग्रुप 2 (ईजी 2) की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिक जरूरत वाले 12  राज्यों के लिए 4880 मीट्रिक टन, 5619 मीट्रिक टन और 6593 मीट्रिक टन की ऑक्सीजन की जरूरत की पहचान की गई जो उनकी अनुमानित मांग को क्रमशः 20 अप्रैल, 25 अप्रैल और 30 अप्रैल पूरा किया जाएगा। 

बता दे कि, कोरोना के कारण लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिसके कारण अस्पतालों से ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें सामने आरही हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत में इजाफा हो रहा है। वहीं ऑक्सीजन की कमी को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार को खत लिख शिकायत की थी।

गौरतलब है कि, इस संकट के समय में हर कोई अपने स्तर पर मदद कर रहा है। वहीं देश के सबसे अमीर आदमी और उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कोरोना मरीजों के लिए महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सीजन भेजा है। अंबानी के इस कदम की लोग तारीफ कर रहे हैं।

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