चर्चित कंप्यूटर बाबा की मुश्किले बढ़ गई है। बाब को सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। इनका पुरा नाम नामदेव दास त्यागी है। बाबा जी का कांग्रेस के साथ गहरा रिश्ता है। इंदौर में प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत कंप्यूटर बाबा को जेल भेजा गया है। ये मध्यप्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी हासिल कर चुके हैं।
इसके अलावा इंदौर में स्थित उनके आश्रम को भी ध्वस्त करने में मध्यप्रदेश सरकरा जुट गई है। कंप्यूटर बाबा के खिलाफ इस कार्रवाई का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने विरोध किया है।
मामले को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में कंप्यूटर बाबा को कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारक का दर्जा दिया था। इसके तहत नामदेव दास त्यागी ने विभिन्न विधानसभा सीटों पर ज्योतिरादित्या के खिलाफ पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में वोट मांगे थे।
कांग्रेस पार्टी के करीबी रहे कंप्यूटर बाबा अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं। प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार से सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद भी कंप्यूटर बाबा के बयान सुर्खियों में आए थे। बहरहाल, अब देखना है कि जब बाबा आश्रम पर सरकार ने हथौड़ा चलाया है, तो इस हालात से वे कैसे निपटते हैं।
कंप्यूटर बाबा पर शिवराज के इस रवैये के बाद कांग्रेसियों में खासा आक्रोश है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इसका जमकर विरोध कर रहे हैं।