कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के एक बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। आजाद ने कहा था कि उन्हें अपने कार्यक्रमों में बुलाने वाले हिंदु भाइयों और नेताओं की संख्या घट गई है। आजाद के बयान के बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे हिंदुओं का अपमान बताया है। आजाद ने हिंदुओं को नीचा दिखाने की कोशिश की है। यह निंदनीय है। कांग्रेस के बुरे दिन आ गए हैं। इसलिए उनको प्रचार के लिए नहीं बुलाया जा रहा है। इसको वो हिंदू मुस्लिम रंग देकर हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरी छात्रों का जिक्र कर दिया गया बयान भी गलत है। अगर कोई राष्ट्रविरोधी गतिविधि करे तो उसकी आलोचना नहीं होगी।

बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस के हिंदू उम्मीदवार अब उन्हें चुनाव प्रचार के लिए नहीं बुलाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चाल साल में देखा गया है कि अब लोग उन्हें बुलाने से डरते हैं। आजाद लखनऊ में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की 201वीं जयंती के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने पूर्व छात्रों के संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने अंडमान से लेकर लक्षद्वीप तक चुनाव प्रचार किया है। चुनाव-प्रचार के लिए बुलाने वाले 95 प्रतिशत लोग हिंदू होते थे। तब मुझे बुलाने वालों में मुस्लिम नेताओं की संख्या महज पांच प्रतिशत होती थी। लेकिन पिछले चार सालों में यह संख्या 95 से घटकर 50 प्रतिशत रह गई है।

उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि लोग मुझे बुलाने से डरते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि एक खास पार्टी के कुछ लोग विश्वविद्यालय का नाम खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके इस बयान के बाद विवाद बढ़ गया है। भाजपा ने उनके बयान की निंदा की है। संबित पात्रा ने कहा कि आजाद के इस बयान से कांग्रेस के छद्म धर्मनिरपेक्षता का चेहरा उजागर हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हिंदुओं को कमजोर आंकने और उनका मनोबल तोड़ने का काम कर रही है। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता भगवा आतंकवाद, हिंदू तालिबान और अच्छा हिंदू जैसी भाषा बोलते आए हैं।

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