शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की 25 नवम्बर को प्रस्तावित अयोध्या यात्रा को गैर राजनीतिक बताते हुये राज्यसभा सांसद संजय राउत ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से लोकसभा चुनाव से पहले विवादित राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिये अध्यादेश लाने की मांग की। राउत ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा ” राम मंदिर विशुद्ध रूप से आस्था का विषय है और इस पर राजनीति करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। इस मसले का हल न्यायालय में नहीं हो सकता। केन्द्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है। इसलिये इस दिशा में अध्यादेश लाने का इससे अधिक उचित समय नहीं हो सकता। ”

शिवसेना सांसद ने कहा ” हमारी पार्टी की मांग है कि सरकार चुनाव से पहले अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे ताकि आने वाले चुनावों में भाजपा समेत कोई भी दल आस्था से जुड़े इस मुद्दे का इस्तेमाल ना कर सके। ”

राज्यसभा में भाजपा का बहुमत नहीं होने के सवाल पर उन्होने कहा कि भाजपा को 2014 में भगवान राम के नाम पर बहुमत मिला था, इसलिये उसे लोकसभा में अध्यादेश लाने में कतई देरी नहीं करना चाहिये। उन्हे यकीन है कि ऊपरी सदन में विभिन्न दलों के कई नेता इस मामले में अपनी सहमति प्रदान करेंगे। भाजपा अब भी अगर इसमे आनाकानी करती है तो उसे आगामी किसी भी चुनावों में जनभावना से जुड़े इस मामले को भुनाने की इजाजत नहीं दी जायेगी।

राममंदिर मुद्दे से भाजपा आलाकमान के कन्नी काटने के सवाल पर उन्होने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर उनकी राजनैतिक,कानूनी अथवा तकनीकी कारण हो सकते हैं मगर उनको इस सबसे ऊपर उठकर मंदिर निर्माण के लिये आगे आना चाहिये। अगर वे ऐसा करते है तो शिवसैनिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पूरी भाजपा के पीछे डटकर खड़े रहेंगे।

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित धर्मसभा के रोज श्री ठाकरे के दौरे को लेकर किसी सुनियोजित साजिश से साफ इंकार करते हुये उन्होने कहा कि शिवसेना प्रमुख की यात्रा को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय को भय खाने की जरूरत नही है। शिवसैनिक मुस्लिमों की हिफाजत के लिये कृतसंकल्पित है। उनके सम्मान और सुरक्षा पर आंच नहीं आने दी जायेगी।

-साभार,ईएनसी टाईम्स

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