कांग्रेस का देश से सफाया करने के बाद बीजेपी इन के गढ़ पर अपनी नजर गाड़ कर बैठी है। आने वाले समय में बीजेपी कांग्रेस की परंपरागत सीट रायबरेली को जीतने की योजना बना रही है। इस काम को अंजाम देने के लिए पार्टी अपनी फायर ब्रांड नेता और राहुल गांधी को अमेठी में धुल चटाने वाली स्मृति ईरानी को तैयार कर रही है।
साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेसा का किला धवस्त करने की योजना में है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, रायबरेली में लोगों तक पहुंचने की कोशिशों को आगे बढ़ाया गया है। आने वाले महीनों में केंद्रीय मंत्रियों सहित कई वरिष्ठ नेताओं के निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विजय पाठक ने कहा, “रायबरेली भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। पार्टी लोगों के लिए 24×7 काम करती है और अंशकालिक राजनीति में लिप्त नहीं होती है। भाजपा उन सीटों पर काम करती है जहां वह कोई भी चुनाव हारती है। हमने 2014 और 2019 के चुनावों के बाद भी ऐसा किया। 2019 के लोकसभा चुनावों में हमने अमेठी जीती। हम अगले चुनाव में रायबरेली जरूर जीतेंगे।”
रायबरेली को जीतन के लिए पार्टी साल 2108 से ही रणनीति तैयार कर रही है। पार्टी ने कांग्रेस के कुछ जाने-माने नेताओं को अपनी ओर खीच लिया है।
भाजपा अध्यक्ष के रूप में, अमित शाह ने अप्रैल 2018 में रायबरेली में एक मेगा रैली को संबोधित किया और कांग्रेस एमएलसी दिनेश सिंह को भाजपा में शामिल किया। 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद, रायबरेली से कांग्रेस के दोनों विधायक, राकेश सिंह (दिनेश सिंह के भाई) और अदिति सिंह बागी हो गए। हालांकि दोनों पार्टी नेतृत्व से दूरी बनाए रखने के साथ-साथ कांग्रेस के विधायक बने हुए हैं और भाजपा के करीबी माने जाते हैं।
रायबरेली भाजपा अध्यक्ष रामदेव पाल ने कहा, “हां, हम मोदी और योगी सरकारों की उपलब्धियों को लोगों तक ले जा रहे हैं। हमारे पास बूथ स्तर तक एक मजबूत पार्टी संरचना है। कांग्रेस ने भले ही 2019 के चुनावों में रायबरेली को जीत लिया, लेकिन पार्टी की जीत का अंतर काफी कम हो गया। भाजपा रायबरेली में 2022 के विधानसभा चुनावों में सभी विधानसभा सीटों को जीतने के लिए बाध्य है और निश्चित रूप से 2024 के चुनावों में लोकसभा सीट जीत सकती है।”