हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर फोटो या वीडियो वायरल होना एक ट्रेंड सा बन गया  है, जिसे आम जनता बेहद पसंद कर रही है। बता दें कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम एक वीडियो वायरल कर, जवानों के खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाये थे। और केन्द्र व उच्च अधिकारियों से इसपर जवाब मांगा था। जिसके बाद यह चिंगारी जंगल में लगी आग की तरह फैल गई थी। लेकिन वर्तमान समय में बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने इसी मुद्दे से जुड़े एक और वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। ये वीडियो 1 मिनट 34 सेकेंड का है जिसे 25 फरवरी को पोस्ट किया गया था। अब तक इस वीडियो को आठ हजार से ज्यादा लोगों ने देखा है। इस वीडियो में जवान ने आला अधिकारियों पर मानसिक रुप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

तेज बहादुर के इस बयान को सुनने के लिए इस वीडियो पर क्लिक करे।

https://www.youtube.com/watch?v=z02CXvWyFsE

उन्होंने इस वीडियों में कहा है कि “10 जनवरी को उच्च अधिकारियों के आदेश पर मेरे मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने सेना के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके मोबाइल के साथ छेड़छाड़ कर पाकिस्तानी दोस्त बनाए जा रहे हैं। वीडियो के दौरान वह बेहद भावुक नजर आ रहे है। उन्होने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक मेरा खुद का कोई वीडियो जारी नहीं होता तब तक जनता इन अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें।” साथ ही जवान ने अपने आप को निर्दोष बताते हुए पीएम मोदी से गुहार लगाई है कि “आदरणीय प्रधानमंत्री जी मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है।“  आप खुद चाहते थे कि देश से भष्ट्राचार खत्म हो और मैंने इसकी पहल करते हुए अपने डिपार्टमेंट के भष्ट्राचार को दिखाया था। बता दें कि बीएसएफ जवान तेज बहादुर के पहले वीडियो के वायरल होन के बाद भारत की जनता एक जुट होकर जवान के साथ आ खड़ी हो गई थी।

क्यों शुरु हुआ था विवाद……

साल के शुरुआत में ही तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम एक वीडियो वायरल कर सेना के जवानों के साथ खाने को लेकर दुर्व्यवहार और उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाये थे। जिसके बाद सेना प्रमुख विपिन रावत सहित गृहमंत्रालय ने इसकी जांच की मांग की थी।

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