संसद में दूसरे बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को लोकसभा में 103 विधेयक पेश किए गए। इनमें से एक विधेयक स्कूलों में बच्चों को भगवद्गीता को पढ़ाए जाने को लेकर भी था। दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने यह विधेयक पेश किया है। यह विधेयक एक प्राइवेट मेंबर बिल देश के शैक्षणिक संस्थानों में नैतिक शिक्षा के तौर पर भगवद्गीता को पढ़ाने के लिए है। इसके अलावा बिधूड़ी ने निजी विधेयक में बेरोजगार स्नातकोत्तरों को वित्तीय सहायता प्रदान करने तथा उससे जुड़े विषयों का उपबंध करने वाले विधेयक भी पेश किया।

रमेश विधूड़ी के अलावा भी कुछ सांसदों ने कई खास बिल पेश किए। इसके अलावा एक अन्य बीजेपी सांसद महेश गिरी ने मेंटनेंस ऑफ क्लीनलिनेस बिल पेश किया। इसके विधेयक के तहत महेश गिरी ने खुले में शौच करने, थूकने या सार्वजनिक स्थानों को गंदा करने जैसी क्रियाओं पर रोक लगाने की मांग की है। इसके अलावा झारखंड के गोड्डा जिला के सांसद निशाकांत डूबे ने भी युवाओं के समग्र विकास के लिए एक नीति तय किए जाने की प्रस्ताव पेश किया तो उधर कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर ने भारत के परंपरागत ज्ञान का संरक्षण, परिरक्षण, संवर्धन और विकास से संबंधित पेश किया।

एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुल ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए स्पेशल कोर्ट्स के गठन के प्रस्ताव वाला निजी विधेयक पेश किया। इस बिल में खास तौर पर महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों के लिए अलग से कोर्ट गठित किए जाने का प्रस्ताव है ताकि ऐसे मामलों का समय से निपटारा हो सके।

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