Bhupesh Baghel: रायपुर धर्म संसद में दिए विवादित बयान के बाद कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि संघीय नियम इसकी इजाज़त नहीं देते। अब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने नरोत्तम मिश्रा पर पलटवार करते हुए कहा कि सबसे पहले नरोत्तम मिश्रा ये बताएं कि माहात्मा गांधी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी से वो खुश हैं या दुखी हैं? बघेल ने कहा कि कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी में किसी प्रकार के कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री Brijmohan Agrawal ने कार्रवाई को बताया गलत
बता दें कि कालीचरण महाराज पर छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई को राज्य के पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी नेता बृज मोहन अग्रवाल ने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि गांधी जी तो कहते थे एक गाल पर कोई तमाचा मारे तो दूसरा गाल आगे करें लेकिन छत्तीसगढ़ प्रशासन ने अतिवादी कार्रवाई की है। ब्राह्मण समाज और हिन्दू धर्म पर टिप्पणी करने वालों पर तो छत्तीसगढ़ सरकार कोई कार्रवाई नही करती और गांधी के नाम पर सरकार असहिष्णुता पूर्ण कार्रवाई कर रही है। बृज मोहन अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश में कालीचरण महाराज को रिलीज करने को लेकर ट्रेंड चल रहा है इसलिए मैं उसका समर्थन कर रहा हूं।
बृज मोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि कालीचरण महाराज पर गाली देने की धारा लगाएं। मैं गांधी जी का सम्मान करता हूं। गांधी के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाए। लेकिन कालीचरण पर जो धाराएं लगाई गई हैं वो ठीक नहीं है। उन्होंने छ्त्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान पर टिप्पणी करने वालो पर तो आप कुछ नहीं बोलते और कालीचरण पर कार्रवाई करते हैं।
न धर्म को बदनाम करने देंगे ना देश को-Mohan Markam
वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी पर कहा है कि न धर्म को बदनाम करने देंगे न देश को बदनाम करने देंगे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में अपनी बात रखते हुए कालीचरण महाराज ने Mahatma Gandhi के खिलाफ अपमानजनक शब्द का प्रयोग किया है। उन्होंने सरेआम मंच से महात्मा गांधी को गाली दी है और नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या के लिए सही बताया है।अब इसी मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है। जिसके बाद से लगातार सियासी गलियोरों में बयानबाजी का दौर जारी है।
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