महाराष्ट्र में पुणे से सटे भीमा कोरेगांव में इस साल की शुरुआत में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने मंगलवार को देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की। पुलिस ने इस दौरान माओवादियों से संबंध रखने के शक में हैदराबाद में रह रहे क्रांतिकारी लेखक और माओवादी विचारक वरवरा राव को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा मुंबई में वरनॉन गोंजालेव्‍स, अरुण परेरा, छत्‍तीसगढ़ में सुधा भारद्वाज और गौतम नवलेखा भी हिरासत में लिए गए।

इसके बाद वरवरा राव को पुलिस टीम गांधी अस्पताल ले गई, जहां से उन्हें पुणे ले जाकर मामले में पूछताछ की जाएगी। बता दें कि रोना जैकब विल्सन के घर से मिले पत्र के मामले में वरवरा राव की गिरफ्तारी के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं

हाईकोर्ट ने आज साकेत कोर्ट की ओर से पुणे पुलिस को दी गई ट्रांजिट रिमांड पर एक दिन का स्टे लगा दिया। बता दें कि पुणे पुलिस ने नवलखा को गिरफ्तार करके साकेत कोर्ट में पेश किया था जिस पर कोर्ट ने 48 घंटे के ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी नवलखा को भेज दिया था।

गिरफ्तार किए गए दलित एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिल गई है, लेकिन यह सिर्फ एक दिन के लिए है। हाईकोर्ट बुधवार सुबह फिर से नवलखा की याचिका पर सुनवाई करेग।

इसी मामले की जांच आगे बढ़ी और पुणे पुलिस ने आज कई राज्यों में छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया औऱ दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुणे पुलिस का दावा है की पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस के कुछ अहम दस्तावेज औऱ ई-मेल और मिले है।

पुणे पुलिस का दावा है कि इन सभी का हाथ 1 जनवरी 2018 को पुणे के पास भीमा-कोरेगांव में हुए हिंसा में है। पुलिस की जांच में पता चला कि भीमा-कोरेगांव कांड के पीछे नक्सलियों का हाथ है। जिसके बाद जून महीने में पुणे पुलिस ने मुंबई, नागपुर औऱ पुणे से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से पुलिस को कुछ अहम ई-मेल औऱ दस्तावेज मिले थे।

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