आम आदमी अपना पैसा बैंक में संभालते हुए सुरक्षित महसूस करता है लेकिन जब आपको पता चले की पैसे को सुरक्षित करने के एवज में आपकी अपनी निजी जानकारी लीक हो रही है या दूसरों को बेची जा रही है तो आप क्या कहेंगे?

03दिल्ली पुलिस ने बैंक के अधिकारियों की मदद से चलाए जा रहे एक मॉडयूल का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने बैंकों में खाताधारक करोड़ों लोगों की बैंक खाते की जानकारी लीक कर दी है। लीक करने वालों ने बैंक खातो की जानकारी को कौड़ियों के भाव बेचा जिसकी रकम मात्र बीस पैसे थी। दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया जिसमें पता चला कि इसमें शामिल लोगों ने मॉडयूल के द्वारा खाताधारको के क्रेडिट-डेबिट के साथ-साथ फेसबुक-व्हाट्सअप तक की भी जानकारी बेची है। पुलिस ने इस धंधे के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मास्टरमाइंड का नाम पूरन गुप्ता है। पूरन सिंह को गिरफ्तार करने के बाद काफी पूछताछ की गई। पहले तो पूरन सिंह ने इस मामले में कोई भी जानकारी न होने का दावा किया लेकिन जब पुलिस ने उसके साथ सख्ती बरती  तो उसने इस पूरे मामले का खुलासा किया कि कैसे और कितने पैसे में वह लोगों द्वारा बैंको में दी गई उनकी  निजी जानकारी बेचता था।

पूरन सिंह को गिरफ्तार करने से पहले ठगने का एक मामला सामने आया था जिसमें दक्षिणी- पूर्वी दिल्ली के डीसीपी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेटर कैलाश में रहने वाली 80 साल की महिला के क्रेडिट कार्ड से मॉडयूल के जरिए करीबन 1.46 लाख रुपये उड़ा लिए गए थे। क्रेडिट कार्ड से पैसे निकलने के बाद महिला ने इसकी शिकायत बैंक से की लेकिन बैंक वालों ने इस बात को गंभीर रूप से नहीं लिया और न ही इस पर कोई कार्यवाही की। जिसके बाद महिला ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस में की। जांच के बाद यह पूरा मामला सामने आया। डीसीपी ने बताया कि इस मॉड्यूल में बैंक अधिकारियों और कॉल सेंटर द्वारा बैंक में खाताधारकों के खाते की जानकारी निकलवाई जाती है। इसके बाद इस जानकारी को बेच कर लोगों को ठगा जाता है।

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