माना जाता है कि बुद्धिमत्ता के आकलन के मामले में अल्बर्ट आइंस्टीन का दिमाग (160 अंक) सबसे तेज था। लेकिन ब्रिटेन में भारतीय मूल के 11 वर्षीय अर्णव शर्मा ने आईक्यू टेस्ट के मामले में अल्बर्ट आइंस्टीन को पछाड़कर आगे निकल गए हैं। दक्षिण इंग्लैंड में रीडिंग टाउन के अर्णव शर्मा ने बिना किसी खास तैयारी के मेन्सा आईक्यू टेस्ट में सर्वाधिक 162 अंक हासिल किए हैं। मेन्सा को दुनिया की सबसे बड़ी और पुरानी उच्च आईक्यू सोसाइटी मानी जाती है, जिसकी स्थापना ऑक्सफोर्ड में लेंसलॉट लियोनेल वेयर और ऑस्ट्रेलियाई बैरिस्टर रोलैंड बेरिल ने मिलकर किया था। इसमें खास बात यह है कि अर्णव ने इससे पहले कभी यह टेस्ट नहीं दिया था।

यूके के एक निजी पत्रिका के दिए अपने इंटरव्यू में अर्णव ने कहा, ’मेन्सा टेस्ट काफी मुश्किल होता है। प्रत्येक व्यक्ति इसे पास नहीं कर पाता हैं। मुझे भी उम्मीद नहीं थी लेकिन मैं घबराया नहीं! पेपर के दौरान वहां मेरे अलावा सात से आठ लोग उपस्थित थे। लेकिन जब मेरा परिणाम आया तो मेरे परिवार के सभी सदस्यों को थोड़ी हैरानी हुई लेकिन अब वह बहुत खुश हैं।’

अर्णव का मां मीशा धमिजा शर्मा ने कहा, ’जब वह ढाई साल का था तो मैथ्स के प्रति उसकी रुचि दिखने लगी थी। पेपर के दौरान मेरे मन में सवाल उठ रहे थे कि अंदर क्या चल रहा होगा? क्योंकि उसने कभी देखा नहीं था कि मेन्सा का पेपर कैसा होता है?‘

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