Allahabad High Court ने उत्तर प्रदेश समेत देशभर में Omicron संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए होने वाली राजनीतिक रैलियों पर रोक लगाएं। इस वक्त पूरे देश में Omicron के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
कोरोना के भयावह संक्रमण की आशंका को देखते हुए देशभर में कई राज्यों में सार्वजनिक कार्यक्रम और भीड़ जुटाने पर पाबंदी लगाई जा रही है। वहीं, इसके उलट उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लगभग सभी राजनीतिक दल जबरदस्त चुनावी प्रचार और रैलियां कर रहे हैं, जिसमें रोजाना लगभग लाखों लोगों की भीड़ जुट रही है।
Allahabad High Court ने कोरोना खतरे के मद्देनजर पीएम मोदी से की अपील
Allahabad High Court ने चुनावी रैलियों में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए और उसके कारण कोरोना के नये वैरिएंट Omicron के तेजी से फैलने के खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव टालने की अपील की है।
इस मामले में Allahabad High Court के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने चुनाव टालने की अपील पर सुनवाई करते हुए कहा, ‘UP में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाए। उनसे कहा जाए कि वे चुनाव प्रचार के लिए जनता के बीच न जाकर टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम का सहारा लें। प्रधानमंत्री भी चुनाव टालने पर विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है।’
प्रधानमंत्री मोदी यूपी की चुनाव रैलियों को टालने पर विचार करें
Allahabad High Court के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कोरोना के खतरे को देखते हुए भीड़ जमा होने पर चिंता व्यक्त की। इस मामले में जस्टिस शेखर कुमार की सिंगल बेंच में जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट में काफी भीड़ जुटी थी।
कोर्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में फ्री वैक्सीनेशन अभियान चलाया है, यह प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील है कि वो कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए चुनावी रैलियों को रोकने या उसे टालने के बारे में विचार करें।
Allahabad High Court ने कहा कि उत्तर प्रदेश के ग्राम पंचायत और पश्चिम बंगाल के विधानसभा के चुनाव में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में काफी लोगों की मौत हुई है।
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव निकट है। इसके लिए राजनीतिक दल रैली व सभाओं में लाखों लोगों की भीड़ जुटा रहे हैं। कोविड-19 नियम का पालन कहीं नहीं हो रहा है। इसे समय रहते नहीं रोका गया तो परिणाम दूसरी लहर से कहीं अधिक भयावह हो सकता है।
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