भ्रष्‍टाचार और वसूली के मामले में फंसे पूर्व पुलिस कमिश्‍नर परमबीर सिंह इस समय मुश्किल घड़ी का समना कर रहे है। आज सुबह से मीडिया में खबर फैल रही है कि उनके खिलाफ राज्‍य के एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो यानी एसीबी ने दो लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। मगर एसीबी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि यह सभी खबरें गलत हैं। एसीबी की ओर से परमबीर सिंह के खिलाफ कोई लुकआउट नोटिस नहीं जारी हुआ है।

मुंबई पुलिस ने पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह, पांच अन्य पुलिसकर्मियों और दो अन्य लोगों के खिलाफ एक बिल्डर से उसके खिलाफ मामले को वापस लेने के एवज में 15 करोड़ रुपये की मांग किए जाने के मामले में हाल ही में प्राथमिकी दर्ज की है।

एक अधिकारी का कहना है कि बिल्डर की शिकायत के आधार पर दक्षिणी मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस थाने में इस मामले का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने इस मामले का अधिक जानकारी नहीं दिया है। इस मामले में जिन अन्य पांच पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है, उनमें पुलिस उपायुक्त अकबर पठान, निरीक्षक श्रीकांक शिंदे, आशा कोरके, नंदकुमार गोपाले एवं संजय पाटिल शामिल हैं।

और कहा कि बिल्डर के दो साझेदारों सुनील जैन एवं संजय पूर्णिमा को मामले में गिरफ्तार किया गया है। शिकायत के अनुसार जैन और पूर्णिमा ने पुलिस अधिकारियों के साथ साठगांठ कर बिल्डर के खिलाफ कुछ मामलों को वापस लेने की एवज में उससे 15 करोड़ रूपये के बड़ी रकम कि मांग किया था। अभी इन सभी मामलों की जांच चल रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here