दिल्ली की केजरीवाल सरकार आए किसी न किसी विवाद में फंसती नजर जाती है। लाभ पद के मामले में विधायकों को अयोग्य घोषित करने और सीलिंग के बाद केजरीवाल सरकार एक बार फिर नए विवाद में फंसती दिख रही है।
#news: केजरीवाल के विधायकों की गुंडागर्दी, सीएम केजरीवाल के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से विधायको ने की बदसलूकी, दिल्ली में आईएएस एसोसिएशन हड़ताल पर pic.twitter.com/BVQ6eEl9gH
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) February 20, 2018
आम आदमी पार्टी के दो विधायकों पर दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हाथापाई और बदसलूकी करने का आरोप लगा है। अंशु प्रकाश का कहना है कि सोमवार शाम को केजरीवाल के सामने आप विधायकों ने उनको थप्पड़ मारा और अपशब्द कहा।
#news: आईएएस एसोसिएशन ने की मांग, आप पार्टी के विधायकों को किया जाए गिरफ्तार, दिल्ली में गहराया संवैधानिक संकट pic.twitter.com/QLyykRgPtO
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मंगलवार सुबह इस घटना पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के कार्यालय में आईएएस अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के बाद काफी आईएएस उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलने उनके घर पहुंचे।
घटना पर विरोध जताते हुए दिल्ली में आईएएस एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। एसोसिएशन ने इस मामले में विधायकों की गिरफ्तारी की मांग की है। आईएएस एसोसिएशन ने कहा है कि जब तक विधायक माफी नहीं मांगेंगे तब तक वे काम नहीं करेंगे।
हालांकि सीएम केजरीवाल के ऑफिस ने ऐसी किसी भी घटना से साफ इनकार किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आप विधायक प्रकाश जरवाल और अजय दत्त के साथ बदसलूकी की, लेकिन विधायकों की तरफ से कोई बदसलूकी नहीं की गई थी।
AAP's response to false allegations by Chief Secretary
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एक बयान जारी कर AAP ने कहा कि दिल्ली के 2.5 लाख परिवारों का आधार राशन कार्ड से नहीं जुड़े होने के कारण उन्हें राशन नहीं मिल पाया है। इसके कारण उन क्षेत्र के विधायकों पर लोगों का काफी दबाव है। इसी पर सीएम के घर पर विधायकों की बैठक थी। इस दौरान चीफ सेक्रटरी ने सवालों का जवाब देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह विधायकों और सीएम के प्रति नहीं बल्कि उप राज्यपाल के प्रति जवाबदेह हैं।
ये मामला सामने आते है केजरीवाल को विपक्ष ने निशाने पर लेते हुए उन्हें सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया। वहीं इस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस मामले पर विपक्ष ने केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा।
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मुद्दे को लेकर अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया- ‘अरविंद केजरीवाल और उनके गुंडे विधायकों ने चीफ सेकेट्ररी के साथ बदसलूकी की है। आम आदमी पार्टी के द्वारा एक और शर्मनाक कारनामा किया गया है। दिल्ली सीएम को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
दूसरी ओर इस पूरे मामले में कांग्रेस का कहना है कि सीएम केजरीवाल को माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली के पूर्व सांसद और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा कि इससे पता चलता है कि AAP किस तरह भ्रष्टाचार और कदाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा कि अगर कुछ अच्छा हुआ तो वह केजरीवाल और उनके विधायकों की उपलब्धि और गड़बड़ हुई तो सरकार की गड़बड़। इस तरह से हाथापाई करना कोई गुंडागर्दी है क्या?
Kejriwal should apologise for this hooliganism which took place before him-
— Ajay Maken (@ajaymaken) February 20, 2018
AAP Govt is unable to deliver-Beating of Chief Secretary by MLAs in front of CM is another low & is aimed to divert attention from Govt failures!
AAP does not know Governance and has failed miserably😡
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने इस घटना की निंदा करते हुए अरविंद केजरीवाल से माफी मांगने की मांग की है।
उधर, पार्टी के विधायक अमानतुल्ला भी थप्पड़ मारने के आरोप को निराधार और गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि चीफ सेक्रटरी झूठ बोल रहे हैं। एक न्यूज चैनल से फोन पर बातचीत में उन्होंने पुलिस को चुनौती देते हुए कहा, ‘साबित करें कि मैंने चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट की।’