आप सरकार एक बार फिर बुरी तरह फंसती हुई नजर आ रही है। खास बात ये है कि इस बार भी पार्टी अपने विधायकों के वजह से ही कठघरे में खड़ी हो गई है। बता दें कि  दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी और हाथापाई के मामले में देवली से AAP विधायक प्रकाश जारवाल की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को इसी मामले में दूसरे आरोपी ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी सरेंडर कर दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों को ढूढ़ने का काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर इस मामले में दिल्ली पुलिस सीएम केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर ‘शिकंजा’ कसने की प्रक्रिया में जुट गई है। दोनों तक पहुंचने वाली अहम कड़ी केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन को दिल्ली पुलिस ने सुबह हिरासत में लिया। उनसे 3 घंटे पूछताछ की गई और फिर छोड़ दिया गया। वीके जैन ही वह शख्स हैं जिन्होंने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को केजरीवाल के आवास पर मीटिंग के लिए बुलाया था।

विधायक अमानतुल्लाह खान ने सरेंडर करने से पहले पत्रकारों को बताया कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम कर रहे हैं। साथ ही उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे दिल्ली सरकार को गिराने का माहौल बना रहे हैं।

बता दें कि पुलिस ने मुख्य सचिव की शिकायत के आधार पर कुल 11 विधायकों पर केस दर्ज किया है। इसमें अमानतुल्लाह नामजद हैं। मंगलवार देर रात मुख्य सचिव का मेडिकल कराया गया था। विधायक प्रकाश जारवाल के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 186, 353, 323, 342, 504, 506 (2) और 120 बी व 34 के तहत केस दर्ज किया गया था। वहीं दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंशु प्रकाश के आरोपों में सीएम अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया पर भी उंगलियां उठाई गई हैं।

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