हर शख्स के पास अपनी अपनी परेशानियां है फिर चाहे वह छोटी हो या बड़ी। कुछ लोग अपनी परेशानियों से हार कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं लेकिन कुछ लोग बड़ी से बड़ी परेशानियों के बावजूद भी हार नहीं मानते और आगे बढ़ जाते हैं।

ऐसी ही घटना सामने आई आगरा के पावसर नागरिया गांव से जहां एक लड़की कल्पना ने मुश्किल समय में खुद को संभालते हुए वह काम करके दिखाया जिसका शायद किसी को अंदाजा भी नहीं था। कल्पना ने अपनी शादी के दौरान एक सड़क हादसे में अपने भाई समेत 15 परिजनों को खो दिया। जिसके बाद कल्पना को गहरा सदमा लगा लेकिन इसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और मिसाइल कायम की। दरअसल 5 मई को कल्पना के घरवालें एटा के नगला लाल सिंह गांव गए। वहां से लौटते समय सड़क हादसे में कल्पना के भाई और 15 परिजनो की मौत हो गई। शादी तय हो जाने के कारण कल्पना की शादी 9 मई को हुई जिसके बाद वह अपने ससुराल नगला लाल सिंह गांव आई। ससुराल आकर कल्पना को पता चला कि उसके ससुराल में शौचालय नहीं है जिससे देखकर वह बहुत उदास हो गई। भाई और परिजनो को खोने के बावजूद भी कल्पना ने स्वच्छता का ध्यान रखा। शादी के अगले दिन ही डीएम अमित किशोर ने कल्पना से उसका हाल-चाल पूछने के लिए फोन किया तो कल्पना ने उन्हें सारी बातें बताई। जिसके बाद डीएम अमित ने नगला लाल सिंह गांव पहुंचकर कल्पना के ससुराल में शौचालय बनाने में मदद की। डीएम कल्पना की ससुराल में शौचालय निर्माण की इस शुरुआत को देखकर बहुत खुश हुए।

स्वच्छ्ता को प्राथमिकता देने के साहस को डीएम ने खूब सराहा जिसके बाद डीएम ने कल्पना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का ब्रांड एंबेसडर घोषित कर दिया गया। कल्पना कि हिम्मत को देखते हुए डीएम ने पूरे गांव वालों के सामने यह वादा किया कि वह कल्पना की मुलाकात जल्द ही पीएम मोदी से करवाएंगे।

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