मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं को तलाक-ए-बिद्दत यानि ट्रिपल तलाक से बाहर निकालने की कोशिश में जुटी है। बिल राज्यसभा में अटका है लेकिन उसकी निगाहें 2019 पर हैं, जहां विपक्षी एकता के बीच मुस्लिम महिलाएं निर्णायक भूमिका निभाती नजर आएंगी। इसी बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पहल पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं के लिए अपने निवास 7 सफदरजंग रोड पर बुधवार को इफ्तार का आयोजन किया। इसमें इन महिलाओं के अलावा उनके परिवार के सदस्य भी शामिल हुए। नकवी की इफ्तार में करीब 300 मुस्लिम महिलाएं शामिल हुईं, जिनमें कुछ तीन तलाक से पीड़ित महिलाएं थीं।
“इफ्तार फॉर खवातीन- इफ्तार फॉर डिग्निटी”- आज अपने निवास पर तीन तलाक पीड़ित महिलाओं सहित मुस्लिम महिलाओं एवं उनके परिवार वालों के लिए #इफ्तार का आयोजन किया। pic.twitter.com/zI35hXqVz8
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar)
ऐसा पहली बार हुआ है जब केंद्र सरकार के मंत्री ने मुस्लिम महिलाओं को ऐसी दावत दी है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा करने के लिए वचनबद्ध है।
Attended the Roza Iftar organised by my distinguished colleague Mukhtar Abbas Naqvi. It was so assuring to see large number of Muslim women demanding justice from unconstitutional practice of triple Talaq who repeatedly asked me to get the law regarding this passed soon. pic.twitter.com/h2wqr3dEDi
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 13, 2018
गौरतलब है कि नकवी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भाजपा की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुई। इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा, कि उनकी इफ्तार ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का हिस्सा है जबकि राहुल गांधी की इफ्तार ‘पॉलिटिकल इंजीनियरिंग’ का हिस्सा है।
Union Home Minister Sh @rajnathsingh Ji, Union Ministers Smt @smritiirani Sh @rsprasad Sh @PrakashJavdekar Sh @drharshvardhan Sh @mjakbar Sh @DrJitendraSingh Smt @M_Lekhi , Ex-Union Minister Sh @ShahnawazBJP @byadavbjp Smt Shaista Ambar & other dignitaries were present. pic.twitter.com/wk3YQ3Msg7
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) June 13, 2018
PM Shri @narendramodi Ji‘s Govt has made Muslim women an equal partner of development of the country & has taken several major reformist decisions to protect their social-constitutional & economic rights. #Iftaar pic.twitter.com/wOL1nSuto1
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) June 13, 2018
बता दें कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने तलाक-ए-बिद्दत को असंवैधानिक और गैरकानूनी, करार दिया था। जबकि, तीन तलाक के मुद्दे पर बीजेपी और खासकर पीएम नरेंद्र मोदी काफी मुखर रहे हैं। इसके खिलाफ मोदी सरकार एक विधेयक भी लाई है, हालांकि, यह अभी सिर्फ लोकसभा में ही पारित किया जा सका है। ऐसे में जहां एक तरफ बीजेपी मिशन 2019 में जुटी है। वहीं तीन तलाक यानि तलाक-ए-बिद्दत से परेशान महिलाएं और उनके मासूम बच्चे तीन तलाक बिल के राज्यसभा से पास होने की बाट भी जोह रही है। जिससे कि उन्हें इंसाफ मिल सके। ऐसे में दो राय नहीं कि, बीजेपी को इसका लाभ 2019 में नहीं मिले।
ब्यूरो रिपोर्ट एपीएन