केंद्र में मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मंत्रालय के कार्यों की जानकारी दी। शनिवार को राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सीमा पार से पिछले साल की तुलना में घुसपैठ में 45 फीसदी की कमी आई है।
गृहमंत्री ने वादा किया कि जम्मू-कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद का जड़ से खात्मा कर देश में अमन-शांति स्थापित की जाएगी। राजनाथ सिंह ने दावा किया कि सरकार ने आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया और मुस्लिमों की अच्छी-खासी जनसंख्या होने के बावजूद देश में आईएसआईएस को पैर नहीं जमने दिया।
राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर बुकलेट भी जारी की, जिसमें मंत्रालय के कार्यों का लेखा-जोखा है। राजनाथ सिंह ने बताया कि इंडियन मुजाहिदीन के 5 आतंकियों को फांसी की सजा सुनाकर आतंक के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।
उन्होंने जानकारी दी कि आईएसआईएस के खतरे को कंट्रोल करने में भी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है, अब तक 90 से अधिक आईएसआईएस समर्थक पकड़े गए हैं। इसके अलावा उन्होंने नक्सल और नॉर्थ ईस्ट में फैले उग्रवाद के खिलाफ भी सरकार के प्रयासों की जानकारी दी।
राजनाथ ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। 2011-14 के दौरान 239 आतंकी मारे गए थे जबकि, 2014-17 में यह संख्या बढ़कर 368 हो गई है।’ राजनाथ सिंह ने बताया कि 1965 और 1971 के युद्ध में कश्मीरी शरणार्थियों के लिए 2000 करोड़ का पैकेज दिया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बाहर जाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों की समस्याओं को देखते हुए सभी राज्यों में नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं।
राजनाथ सिंह ने बताया कि कश्मीर में उड़ान स्कीम के तहत भी रिकॉर्ड संख्या में युवाओं को ट्रेनिंग और रोजगार ऑफर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर में रोजगार के नए अवसर पैदा करने की कोशिश के लिए और प्रभावी कदम उठाए गए हैं।