पद्मावती विवाद में अब पहली बार शबाना आजमी खुल कर सामने आई हैं। हर मुद्दे पर बेबाक कही जाने वाली विख्यात अदाकारा शबाना आजमी का कहना है कि देश आज अति राष्ट्रवाद का गवाह बन रहा है, हालांकि, ये परिकल्पना नई नहीं है मगर लोगों को इसके प्रति सजग होने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रवाद और राष्ट्रभक्ति के बीच के अंतर को समझना समय की मांग है।

टाइम्स लिटरेचर फेस्ट में  अपने गीतकार पति जावेद अख्तर के साथ एक परिचर्चा में शबाना ने यह बात कही। शबाना आजमी ने कहा कि ‘राष्ट्रभक्ति खुद को किसी भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जीवन से जोड़ती है और इसके साथ ही उनके जीवनस्तर में बेहतरी का भी ध्यान रखती है। इसलिए आप बेहद राष्ट्रभक्त हो सकते हैं पर इसके साथ ही साथ आप समाज के कुछ खास मुद्दों को लेकर आलोचनात्मक रुख भी रख सकते हैं। ऐसे में किसी भी तरह से यह आपको गैरराष्ट्रभक्त नहीं बनाता।

इतना ही नहीं शबाना ने यह भी कहा कि कला की आलोचना में कोई बुराई नहीं है लेकिन इस तरह किसी को जान से मारने की धमकी देना गलत है । दीपिका को जान से मारने की धमकी पर शबाना ने कहा कि यह किसी भी रूप में सही नहीं है। उन्होंने कहा कि बतौर अभिनेत्री, सहकर्मी मुझे लगता है कि आज जितना बुरा दौर है, उतना कभी नहीं था।

शबाना ने कहा, “कला का मतलब सुंदरता दिखाना या लोरी सुनाना नहीं है। यह हमारी आवाज बुलंद करने के लिए भी है। यह विरोध जताने योग्य बनने के लिए भी है, यह उकसाने के लिए भी है। कला का मतलब सिर्फ मनोरंजन करना नहीं, संतुष्ट करने के लिए नहीं बल्कि उकसाने के लिए भी है।” अभिनेत्री ने कहा कि राष्ट्रवाद और देशभक्ति के बीच एक बेहद पतली रेखा होती है हालांकि यह दोनों किसी एक बिंदू पर गड्डमड्ड हो जाते हैं।

गौरतलब है कि शबाना ने फिल्म उद्योग को इस खराब विवाद और ‘पद्मावती’ फिल्म के रिलीज के विरोध पर एकजुट होने का आह्वान भी किया है।

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