सावरिया से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले रॉकस्टार रणबीर कपूर का कहना है, कि उन्हें अपनी असफल फिल्मों से बहुत कुछ सीखने को मिला है। रणबीर की हाल के समय में ‘बेशरम’, ‘रॉय’, बॉम्बे वेलवेट’, ‘तमाशा’ और ‘जग्गा जासूस’ जैसी फिल्में फ्लॉप साबित हुई है। इस पर रणबीर ने कहा कि उन्हें अपनी फ्लॉप फिल्मों से बहुत कुछ सीखने को मिला है। लगातार हुईं असफल फिल्मों में किसी और का कोई दोष नहीं है। सभी असफल फिल्मों का चुनाव उन्होंने खुद ही किया था।

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रणवीर ने कहा, कि फेलियर लाइफ में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जब आप अपने करियर की शुरुआत कर रहे होते हैं, आप यंग होते हैं, तब आपको काम करने के बहुत से मौके भी मिल रहे होते हैं, लेकिन जब आपकी फिल्में नहीं चलती हैं, लगातार फ्लॉप होती हैं, तब बहुत बुरा लगता है।

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उन्होंने कहा, अब तो मुझे फिल्म इंडस्ट्री में काम करते हुए 10 साल पूरे हो गए हैं। इन 10 सालों में 14 या 15 फिल्मों में काम भी कर लिया है। मुझे अपनी असफलताओं से सीखने को बहुत कुछ मिला हैं और आगे बढ़ने का हौसला भी बढ़ा है। रणबीर ने कहा कि हर व्यक्ति अपने फील्ड में सक्सेसफुल होना चाहता है। यदि आपको ऐसा लगने लगे कि सक्सेस ने तो मुझे बदला नहीं है तो फेलियर मेरा क्या कर लेगा, लेकिन असफलता आपकी जिंदगी का सबसे मुश्किल पड़ाव होता है। जब फेलियर की मार पड़ती है तो पता भी नहीं चलता। असफलता की चोट का दर्द उस दिन पता नहीं चलता जिस दिन आपकी फिल्म फ्लॉप होती है, बल्कि फेलियर के मार का दर्द एक या दो साल के बाद पता चलता है।

कपूर ने आगे कहा, कि यह प्रोफेशन ही ऐसा है लेकिन थैंकफुली मैं एक फिल्म परिवार में पला-बढ़ा हूं, तो बचपन से ही यह सफलता-असफलता को देखता आया हूं। मेरे पिता, अंकल और मेरी बहनें सब फिल्मों का हिस्सा हैं, आज भी काम कर रहे हैं, तो समझता हूं इन सब बातों को।

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