बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता अनुपम खेर के मत्थे सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। अनुपम खेर को पुणे स्थित भारतीय टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) का नया चेयरमैन बनाया गया है। वह गजेंद्र चौहान की जगह लेंगे। बता दें गजेंद्र चौहान की नियुक्ति जून 2015 में हुआ था। चौहान का कार्यकाल 3 मार्च 2017 को ही खत्म हो गया था।

एफटीआईआई में नए चेयरमैन चुने जाने के बाद अनुपम खेर को चारों ओर से बधाईयां मिल रही हैं। उनकी पत्नी किरण खेर के अलावा निर्माता मधुर भंडारकर ने भी उन्हें चेयरमैन चुने जाने की बधाईयां दी है।

एफटीआईआई के नए चेयरमैन बनने के बाद अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर ने कहा कि, संस्थान का चेयरमैन बनना कांटों के ताज पहनने जैसा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि अनुपम अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाएंगे।

गजेंद्र चौहान पर विवाद –

गौरतलब है कि केंद्र में मोदी सरकार आने से के बाद एफटीआईआई के नए चेयरमैन के रूप में गजेंद्र चौहान को नियुक्त किया गया था। उस दौरान गजेंद्र चौहान को एफटीआईआई का अध्यक्ष बनाए जाने पर छात्र-छात्राओं ने उनका काफी विरोध भी किया गया था। इसके अलावा 139 दिनों तक एफटीआईआई के विद्यार्थियों ने हड़ताल की थी। छात्रों ने संस्थान से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक विरोध प्रदर्शन किया था। लेकिन फिर भी उन्हें पद से नहीं हटाया गया। दिलचस्प बात यह है कि अपने 14 महीने के कार्यकाल के दौरान गजेंद्र चौहान ने सिर्फ एक बार ही संस्थान में किसी बैठक में शामिल थे।

बता दें 7 मार्च 1955 को शिमला में जन्मे अनुपम खेर के पिता पुष्कर नाथ एक कश्मीरी पंडित थे, वे पेशे से क्लर्क थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला से प्राप्त किया, उसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय यानी एनएसडी से पूरा किया।

अनुपम खेर को साल 2004 और 2016 में पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उन्होंने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत 1982 में फिल्म आगमन से की थी, लेकिन 1984 में आई सारांश उनकी पहली हिट फिल्म मानी जाती है।  उन्होंने यह पद मिलने पर सबका आभार व्यक्त किया है।

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