UP Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण के प्रचार के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘परिवारवादी’ दल सत्ता में होते तो पहले टीका लगवाने के लिए सारी लाइनें तोड़ देते।
उन्होंने कहा कि ये परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते। मैंने भी वैक्सीन तब लगवाई जब नियम से मेरा नंबर आया। मेरी मां सौ साल की हैं और उन्होंने भी लाइन नहीं तोड़ी। जब उनका नंबर आया तब ही मेरी मां ने भी वैक्सीन लगाई। पीएम ने कहा कि आज़ादी के बाद कांग्रेस में दिक्कत आना शुरू हुई जब एक ही परिवार ने पार्टी पर कब्ज़ा शुरू कर दिया। पूरे देश में बहुत सारी पार्टियां कांग्रेस को देखकर ये सीख गईं और पूरे लोकतंत्र को दीमक की तरह बहुत बड़ा नुकसान कर दिया।
PM Modi बोले- कुर्सी न चली जाए इसके लिए ये लोग नोएडा और बिजनौर नहीं जाते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घोर परिवारवादी कभी सशक्त और आधुनिक उत्तर प्रदेश का निर्माण नहीं कर सकते हैं। यह ऐसे लोग हैं जो अफवाहवादी, पलायनवादी और घोर अंधविश्वासी भी हैं। यह कैसे लोग हैं और उनका अंधविश्वास कैसा है कि उनकी कुर्सी न चली जाए इसके लिए यह लोग नोएडा, बिजनौर नहीं जाते। उन्होंने कहा कि ये बिजनौर और नोएडा से जो टैक्स आता है उसमें मलाई मारने को तैयार है।
UP Election 2022: PM Modi-डबल इंजन की सरकार राज्य को विकसित करने में जुटी
पीएम ने कहा कि 21वीं सदी का उत्तर प्रदेश अकांक्षावादी और बड़े सपने लेकर आगे बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार राज्य को विकसित करने में दिन रात जुटी हुई है। राज्य की आकांक्षाएं पूरी हों उसमें नेतृत्व की बड़ी भूमिका है इसलिए सवाल यह भी है कि राज्य में नेतृत्व कैसा हो। 56 निर्दोष लोगों को बम धमाके में मारने वाले 38 आतंकवादियों को गुजरात की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। लेकिन वोटबैंक के डर से इन पार्टियों ने अदालत के फैसले का स्वागत करने तक की भी हिम्मत नहीं दिखाई, उनके मुंह पर ताले लग गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था जब इन नेताओं ने वोटबैंक की राजनीति, तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया, उसे खाद-पानी दिया। आज वोट बैंक और तुष्टिकरण की इसी राजनीति ने इन नेताओं को अपना बंधक बना लिया है। अब वोट बैंक की राजनीति ही इन दलों की मजबूरी बन गयी है।
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