‘मेरा तुम पर हक है न… मैं कुछ नहीं सुनूंगा’, पीएम मोदी के कथित फोन से Himachal Pradesh में सियासी भूचाल, जानें क्‍या है मामला?

Himachal Pradesh Election: जानकारी के अनुसार कृपाल परमार का रिश्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ढाई दशक पुराना है। जब वे बतौर हिमाचल प्रदेश के प्रभारी के रूप में राज्य का दौरा किया करते थे।

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Himachal Pradesh: top news on PM Modi Call
Himachal Pradesh:

Himachal Pradesh Election 2022 :जैसे-जैसे हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, रोजाना नई किस्‍से सुनने को मिल रहे हैं। हाल ही में पीएम मोदी के कथित कॉल का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है।भाजपा के वरिष्‍ठ नेताओं में शुमार कृपाल परमार निर्दलीय प्रत्‍याशी नहीं बल्कि पीएम मोदी की ओर से किए गए कथित कॉल के बाद सुर्खियों में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार कृपाल परमार का रिश्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ढाई दशक पुराना है। जब वे बतौर हिमाचल प्रदेश के प्रभारी के रूप में राज्य का दौरा किया करते थे।कृपाल परमार को बागी के तौर पर चुनाव लड़ने से पीछे हटने के लिए प्रधानमंत्री ने खुद फोन किया।कृपाल परमार पर अपना हक जताते हुए मैदान से हटने का अनुरोध किया।

हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता पाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है।आगामी विधानसभा चुनाव में जोरशोर से प्रचार में जुटी हुई है, लेकिन उसके लिए समस्याएं भी कम नहीं हैं।पार्टी को एंटी इंकंबेंसी फैक्टर, विपक्षी दलों के अलावा टिकट वितरण से नाराज पूर्व विधायकों और पार्टी नेताओं के बागी हो जाने की समस्‍याओं से भी जूझना पड़ रहा है।ऐसे ही एक बागी हैं पार्टी के पूर्व सांसद कृपाल परमार, जो हिमाचल प्रदेश की फतेहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं।

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Himachal Pradesh Election 2022

Himachal Pradesh Election 2022 :पीएम उनके लिए देवतुल्‍य-कृपाल परमार

बागी कृपाल परमार के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी जी उनके लिए देवतुल्य हैं, और उनका कॉल आना भगवान के आदेश समान है, चूंकि नामांकन वापसी की तारीख निकल चुकी है और उनका नाम बैलट में आ चुका है।ऐसे में अब चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्‍प नहीं बचा।अगर मुझे 10-20 वोट भी मिल गए, तो हमेशा के लिए कलंक लग जाएगा, इसलिए चुनाव लड़ने के अलावा अब मेरे पास कोई अन्‍य रास्‍ता नहीं।

उन्होंने कहा कि बीते 30 अक्टूबर को उनके पास मोदी जी का फोन आया था।नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 29 थी।ऐसे में अगर उनका फोन एक दिन पहले भी आ गया होता, तो मैं एक सेकंड भी नहीं लगाता, उनका आदेश मानने में।

Himachal Pradesh Election 2022 :साजिश का लगाया आरोप

हालांकि कृपाल परमार अब चुनाव तो लड़ रहे हैं, लेकिन आखिर क्‍यों ऐसा फैसला उन्‍हें लेना पड़ा।इसका खुलासा भी उन्होंने बातचीत में किया।उन्होंने भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पर उन्हें सालों तक जलील करने का आरोप लगाया। कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को उनके निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की जानकारी भी नामांकन वापसी के बाद ही दी गई, जो एक साजिश है। उनका कहना है कि उन्हें कई साल से बेइज्‍जत किया जा रहा था। वह कैसे मर-मरकर जी रहे थे, यह वही जानते हैं।
कृपाल परमार फतेहपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। उनका दावा है कि भाजपा का आधिकारिक प्रत्याशी मुकाबले में कहीं नहीं ठहरने वाला है। उनका मुकाबला कांग्रेस से हो रहा है।

Himachal Pradesh Election 2022 : यहां जानिए पीएम मोदी के कथित फोन पर बातचीत के अंश

परमार: मैं कब बोलूंगा, कौन सुनेगा।
आगे मोदी जी बोलते हैं… सुन लीजिए..
परमार: मोदी जी, मैं एक बात कहूं।
मोदी : मैं कुछ नहीं सुनूंगा, मेरा तुम पर हक है न… मैं कुछ नहीं सुनूंगा।
(स्पीकर पर की जा रही यह वार्ता सुनकर परमार समर्थकों की तालियां बजती हैं)
परमार: हक तो मेरा भी है
मोदी: मेरा तुम पर हक है,नहीं
चलेगा ये।
परमार: मोदी जी, नड्डा जी ने मुझे जलील किया है पंद्रह साल।
मोदी: सुन लीजिए, अगर तुम्हारी जिंदगी में मोदी का कोई रोल है…..
परमार: बहुत रोल है।
मोदी : मैंने जो तुम्हें फोन किया है, उस फोन की कीमत कम मत आंकना।
परमार: कम नहीं है, यह मेरे लिए भगवान का आदेश है।
मोदी : यह आदेश पूरा कर दो बाकी जिम्मेदारी मेरी।
परमार : मोदी जी, अगर दो दिन पहले हो जाता।
(इसी बीच मोदी जी बात बीच में ही काट देते हैं)
मोदी….. शुक्रिया।

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