Education News: जल्द ही देश की स्कूली शिक्षा के पैटर्न में बदलाव होने जा रहा है। इसका मकसद शिक्षास्तर को अपडेट कर बच्चों को वर्तमान समय के हिसाब से तैयार किया जाना है।राष्ट्रीय पाठ्यक्रम के प्रारूप में बदलाव को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देश भर के नागरिकों से सुझाव भी मांगा है। इसके लिए एनसीईआरटी की ओर से कराए जा रहे एनसीएफ सर्वेक्षण में भाग लेने और बाद में कोर्स, सिलेबस, अध्ययन सामग्री के डिजाइन में मदद को कहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 ने चार क्षेत्रों स्कूली शिक्षा, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा, शिक्षक शिक्षा व वयस्क शिक्षा में एनसीएफ के विकास की सिफारिश की है।
Education News: ‘नए भारत का नया पाठ्यक्रम’ मुहिम की शुरुआत
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा को अब ऐसे डिजाइन करना है जिससे सभी को बराबर लाभ पहुंचे। शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा को समाज का एक दस्तावेज बताते हुए इस पर बच्चों के माता-पिता को सुझाव देने की अपील की है। इसके लिए ‘नए भारत का नया पाठ्यक्रम’ मुहिम की शुरुआत की गई है। शिक्षा मंत्रालय ने कहा, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार करने व बाद में परामर्श सर्वेक्षण के माध्यम से जनता के सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।
Education News: बेहतर होगी शिक्षा प्रणाली
शिक्षा मंत्री का कहना है कि लगातार बढ़ते बदलावों के बीच स्कूली शिक्षा का स्तर भी सुधारा जा रहा है।देश की आबादी, राज्यों की परंपरा और संस्कृति को भी ध्यान में रखा जाएगा। शिक्षा को गुणवत्तापरक और इस प्रारूप में तैयार किया जाएगा, ताकि स्कूलों से निकलने वाले नौनिहाल समाज, देश और पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करें। इसी क्रम इस बात पर भी गौर किया जाएगा, कि देश के हर बच्चे का सपना साकार हो सके। हर बच्चे को स्कूल जाने का मौका मिले, वो अपनी इच्छा के अनुरूप विषय में पारंगत बने और भविष्य संवारे।
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