ऑनलाइन और सोशल मीडिया के बढ़ते दौर में ई-रिटेलर वेबसाइट स्नैपडील इनदिनों काफी बुरी हालत से जूझ रहा है। मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा में नौबत यहां तक आ गई है कि स्नैपडील को अपनी कंपनी बेचने के लिए सोचना पड़ रहा है। तेजी से बढ़ते ऑनलाइन मार्केट में अपने निवेशकों के मुहं मोड़ लेने से स्नैपडील ब्रिकी के लिए अपने प्रतिस्पर्धियों पेटीएम और फ्लिपकार्ट से बातचीत कर रहा  है। हालांकि सूत्रों के हवाले से ख़बर मिली है कि कंपनी केवल अपने 20-25 फीसदी शेयर ही बेचना चाहती है ताकि मालिकाना हक स्नैपडील के पास ही रहे।

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल मिंट के मुताबिक स्नैपडील का सबसे बड़ा निवेशक जापान का सॉफ्टबैंक ग्रुप की अगुवाई में बातचीत चल रही है। मिंट के मुताबिक अगर यह डील हो गई तो स्नैपडील की कीमत 1.5 से 1.8 अरब डॉलर यानि करीब 98.24 से 117.88 अरब रुपये आंकी जा रही है।

हालांकि, स्नैपडील के प्रवक्ता ने बिक्री के लिए पेटीएम और फ्लिपकार्ट के साथ बातचीत की खबर का खंडन किया है। प्रवक्ता ने मिंट से कहा, ‘आपकी सूचना गलत और निराधार है। हम लाभ की ओर महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे हैं और हमारे सभी प्रयास इसी दिशा में बढ़ रहे हैं।’

गौरतलब है कि इससे पहले एक अंग्रेजी अख़बार ने पिछले महीने ख़बर दी थी कि स्नैपडील ने ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पेटीएम के साथ विलय की संभावनाओं पर चर्चा की है। आपको बता दें कि ई-कॉमर्स सेक्टर की बड़ी चीनी कंपनी अलीबाबा का इन दिनों स्नैपडील और पेटीएम दोनों कंपनियों में निवेश भारी मात्रा में है। अलीबाबा ने हाल ही में 177 मिलियन डॉलर (करीब 11.58 अरब रुपये) निवेश कर पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा ली है।

दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम स्थित स्नैपडील फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन इंडिया के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। हाल के कुछ दिनों में स्नैपडील को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्नैपडील की परेशानियों में वृद्धि में गिरावट, नुकसान में वृद्धि, बाजार हिस्सेदारी में कमी और पिछले कुछ महीनों से बड़े अधिकारियों के इस्तीफे जैसी मुसिबतें शामिल हैं।

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