योग गुरू बाबा रामदेव ने जहां एक तरफ केन्द्र की मोदी सरकार को झटका देते हुए रिटेल में एफडीआई का विरोध किया है। वहीं दूसरी तरफ रामदेव की कंपनी ने पतंजलि आयुर्वेद ने ई-कॉमर्स में धमाकेदार एंट्री कर दी है।  पतंजलि प्रॉडक्ट्स अब सभी बड़े ई-कॉमर्स पर भी उपलब्ध होंगे।

कंपनी ने अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचने के लिए प्रमुख ई-रिटेलर ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट,पेटीएम मॉल, गोफर्स और बिगबास्केट समेत अन्य बड़े ऑनलाइन पोर्टल से करार किया है। इस सभी पोर्टल से पंतजलि के सारे उत्पाद ऑर्डर कर सकते है।इन कंपनियों के अलावा पतंजलि शॉपक्लूज एवं नेटमेड्स के मंचों से भी अपने उत्पाद बेचेगी।

रामदेव ने  ई-कॉमर्स कंपनियों से हुई डील की जानकारी आज (16 जनवरी) को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई।

इस कार्यक्रम में रामदेव और पतंजलि के एमडी और सीईओ आचार्य बालकृष्ण के अलावा साझेदार ई-कॉमर्स कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इस मौके पर एचडीएफसी की ओर से स्मिता भगत ने बताया कि ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स से पतंजलि प्रॉडक्ट्स खरदीनेवालों को 5 गुना रिवॉर्ड पॉइंट्स के साथ-साथ कैशबैक दिया जाएगा। ऑनलाइन सेल के लिए पतंजलि ने अपनी वेबसाइट www.patanjaliayurved.net भी शुरू की है।

रामदेव ने कहा कि ऑनलाइन के माध्यम से सालाना 1 से 2 हजार करोड़ रुपये के पतंजलि उत्पाद बेचने का लक्ष्य रखा गया है। अपनी प्रॉडक्शन कपैसिटी के बारे में रामदेव ने बताया कि यह फिलहाल 30,000 करोड़ रुपये है जिसे इसी साल तक बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये करना है। रामदेव ने कहा कि अगले दो सालों में 1 लाख करोड़ रुपये की प्रॉडक्शन कपैसिटी बनाने की योजना है। रामदेव ने कहा, ‘इतनी बड़ी प्रॉडक्शन कपैसिटी के बारे में कोई एफएमसीजी कंपनी सोच भी नहीं सकती।’ ‘

गौरतलब है कि पतंजलि आयुर्वेद के दंतकांति मंजन, घी और शैम्पू जैसे प्रॉडक्ट्स खासे लोकप्रिय हुए हैं और इनके चलते अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी अपनी रणनीति में फेरबदल के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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