दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल और आगरा के लिए खुशखबरी है। मोहब्बत की निशानी कहे जाने वालें ताजमहल को ‘यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों’ की सूची में दूसरे स्थान पर रखा गया है। आगरावासियों और पूरे देश के लिए इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती हैं, कि उत्तर प्रदेश जिलें के आगरा शहर स्थित ताजमहल को सर्वश्रेष्ठ धरोहर माना गया है। विश्व धरोहर की सूची में पहला स्थान कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर को दिया गया है। विश्व की एक से बढ़कर खूबसूरत विरासतों को छोड़कर ताजमहल ने दूसरा स्थान प्राप्त कर भारत देश का नाम पूरे विश्व में रोशन कर दिया है।

ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल द्वारा कराए गए इस सर्वे में दुनिया भर के लोगों ने इस बात को माना कि आगरा शहर का ताजमहल प्राचीनकाल की बेमिसाल खूबसूरती और सच्चे प्यार की अनूठी मिसाल पेश करता है। वर्ष 1983 में ताजमहल को युनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया था, जिसके बाद महज 35 साल के सफर में ताजमहल सर्वश्रेष्ठ विरासतों की सूची में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपना वर्चस्व कायम करने में सफल रहा।

ताजमहल ने इन खूबसूरत विरासतों को दी मात

Taj Mahalउत्तर प्रदेश के शहर आगरा में स्थापित ताजमहल, आगरावासियों की शान हैं। 350 सालों से भी पुरानी विश्व धरोहर ताजमहल को आज भी मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना माना जाता हैं। विश्व में एक से बढ़कर एक खूबसूरत और सांस्कृतिक परम्पराओं से जुड़ी धरोहरें हैं, लेकिन ताजमहल को सबसे अधिक पसंद किया जाता है। यही कारण है कि हर वर्ष 80 लाख से भी ज्यादा लोग ताजमहल की खूबसूरती को निहारने आते हैं।

इस सूची में कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर को पहला, चीन की विशाल दीवार को तीसरा और दक्षिण अमेरिका के पेरू में स्थित माचु पिचु को चौथा स्थान दिया गया है। सूची में ब्राजील के इगुआजु राष्ट्रीय पार्क, पोलैंड के ऐतिहासिक क्रारो, इस्त्राइल के जेरूसलम के पुराने शहर, इटली के माटेरा का सस्सी और औशविच बिरकेन और तुर्की में इंस्तांबुल के ऐतिहासिक इमारतों को भी शामिल किया गया हैं। इसमें अंकोरवाट की निर्माण प्रक्रिया और इतिहास के बारे में दिलचस्प तथ्यों का ब्योरा भी दिया गया हैं।

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