प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को स्विटजरलैंड के दावोस में होने वाले 48वें वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम या विश्व आर्थिक मंच ( WEF) की सलाना बैठक के लिए आज रवाना हुए । इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के तीन हजार से भी ज्यादा वैश्विक नेता इकट्ठा होने जा रहे हैं।

इस सम्मेलन में भारत के तरफ से पीएम मोदी समेत 130 लोग शामिल होंगे। इनमें 6 केंन्द्रीय मंत्री – अरुण जेटली, सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान, एम जे अकबर और जितेंद्र सिंह होंगे। प्रमुख भारतीय कंपनियों के सीईओ का दल भी इस बैठक में हिस्सा लेगा। इनमें  मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, अजीम प्रेमजी, राहुल बजाज, ए चंद्रशेखरन, चंदा कोचर, उदय कोटक प्रमुख होंगे। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी अर्थव्यवस्था पर आधारित सत्र को संबोधित करेंगे।

इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी, फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रोन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा-मे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुवेड भी शामिल होंगे और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सम्मेलन का समापन करेंगे।

पीएम मोदी इस बार WEF की बैठक के पहले पूर्ण अधिवेशन को संबोधित  करेंगे। 20 साल बाद दावोस जाने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। बता दें कि इससे पहले 1997 में एच.डी देवगौड़ा दावोस गए थे। पीएम मोदी स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी इससे पहले जून 2016 में स्विट्जरलैंड के दौरे पर गए थे। इस दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कालेधन पर लगाम के लिए स्विट्जरलैंड सरकार से भारतीयों द्वारा पैसा जमा कराए जाने पर ऑटोमैटिक आधार पर सूचना देने की सहमति बनाने का काम किया था।

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम या विश्व आर्थिक मंच (WEF) क्या है   

यह स्विट्जरलैंड की गैर लाभकारी संस्था है। इसका मकसद बिजनेस, राजनीति, शैक्षिक अन्य क्षेत्रों के वैश्विक नेताओं व अग्रणी लोगों को एक साथ लाकर वैश्विक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय करना है। इसका गठन 1971 में हुआ।

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