भारत के कड़े विरोध के बाद ब्रिटेन में बुरहान वानी की बरसी पर होने वाली रैली ‘बुरहान वानी डे’ को रद्द कर दिया है। बर्मिंघम सिटी काउंसिल ने आयोजकों को दी गई इजाजत वापस ले ली है। गौरतलब है कि 8 जुलाई को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर बर्मिंघम स्थित ‘काउंसिल हाउस’ के सामने एक रैली का आयोजन होना था।

भारत ने इस संबंध में ब्रिटेन से अनुरोध किया था कि वो काउंसिल हाउस के बाहर होने वाले इस कार्यक्रम को रोके। भारत ने कहा था, ‘भारत ने जिसे आतंकी करार दिया है उसके सम्मान में रैली की इजाजत ​दी गई। हमने थेरेसा मे सरकार से इसकी उम्मीद नहीं थी।”

भारत के उप उच्चायुक्त दिनेश पटनायक ने कहा, ‘कश्मीर पर रैली एक अलग मामला है लेकिन एक आतंकवादी का महिमामंडन करना कहीं से भी स्वीकार नहीं। ब्रिटेन ने पिछले कुछ महीनों में खुद आतंकवाद की मार झेली है, तो ऐसे में वह आतंकवादियों के महिमामंडन और हिंसा भड़काए जाने वाले कार्यक्रम को कैसे इजाजत दे सकती है?’ वरिष्ठ राजनयिक ने यह भी सवाल उठाया कि क्या ब्रिटेन की सरकार लंदन ब्रिज पर हमला करने वाले पाकिस्तानी मूल के आतंकी खुर्रम बट्ट और दूसरे आतंकवादियों के पक्ष में इसी तरह की रैली आयोजित करने की इजाजत देगी?

भारत के इस कड़े रुख को देखते हुए बर्मिंघम सिटी काउंसिल ने फौरन कार्यक्रम को रद्द कर दिया। सिटी काउंसिल के प्रवक्‍ता ने कहा, “हमने कश्‍मीर में मान‍वाधिकार उल्‍लंघन को लेकर शांतिपूर्ण रैली की बुकिंग की थी। हालांकि मामले का अंदाजा लगने के बाद हमने रैली की इजाजत पर रोक लगा दी है।”

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