सिक्किम के डोकलाम क्षेत्र में भारत-चीन-भूटान सीमा पर जारी तनातनी के बीच चीन की सेना ने तिब्बत में गोली चलाने (फायर ड्रिल) का 11 घंटे तक अभ्यास किया। चीन की सरकारी मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने दक्षिण-पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में इस सैन्य अभ्यास को अंजाम दिया। इस सैन्य अभ्यास का मकसद सेना की क्विक डिलीवरी क्षमता को बढ़ाना बताया जा रहा है।
चीनी सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि पीएलए की तिब्बत मिलिट्री कमांड की ब्रिगेड ने इस सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया। इससे पहले भी चीनी सेना ने कुछ दिन पहले तिब्बत में सैन्य अभ्यास किया था, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि पीएलए ने तनाव भरे माहौल में सैन्य अभ्यास किया है। हालांकि यह अभ्यास कब हुआ इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई लेकिन इस अभ्यास के वीडियो को सरकारी टेलीविजन चैनल ‘सीसीटीवी न्यूज’ ने प्रसारित किया।
इस वीडियो में तोप, होवित्जर और एंटी टैंक ग्रेनेड के साथ राडार यूनिट को दिखाया गया है और इसमें चीन का सबसे एडवांस्ड युद्ध टैंक टाइप-96B भी शामिल हुआ था। चीनी सेना की तरफ से जारी किए गए इस वीडियो में फौजियों को एंटी टैंक ग्रेनेड और होवित्जर का इस्तेमाल करते दिखाया गया है जिसका प्रमुख उद्देश्य दुश्मन के विमानों, रडार इकाइयों और तोपों को लक्ष्य करके ध्वस्त करना होता है।
गौरतलब है कि डोकलाम में सीमा विवाद के बाद भारत और चीन की सेना आमने-सामने है। चीन यहां पर सड़क बनाना चाहत है लेकिन भारत और भूटान इसका विरोध कर रहे हैं।