अखिलेश सरकार ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे बनवाया था और अब योगी सरकार लखनऊ से गाजीपुर तक देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बनाने की तैयारी कर रही है।  लखनऊ से गाजीपुर के 353 किमी लम्बे इस ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस वे’ की लागत करीब 25 हजार करोड़ रुपए आने का अनुमान है।

बता दें कि इस एक्सप्रेस वे के प्रति किलोमीटर की लागत पर नजर डालें तो यह अखिलेश यादव के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की तुलना में कहीं अधिक महंगा है।

गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में बढ़ी लागत की बड़ी वजह है भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को अधिक मूल्य का भुगतान करना है

यह एक्सप्रेस वे सिक्स लेन का होगा। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 24627 करोड़ रुपए की लागत आएगी, यानि प्रति किलोमीटर एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। वहीं लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे जिसकी कुल लंबाई 302 किलोमीटर है इसके निर्माण में प्रति किलोमीटर की लागत 50 करोड़ रुपए थी। ऐसे में इस लिहाज से योगी सरकार में बनने वाले लखनऊ-गाजीपुर के एक्सप्रेस वे की प्रति किलोमीटर की लागत 20 करोड़ रुपए अधिक है।

वहीं यूपी सरकार के एक अधिकारी की माने तो लखनऊ-आगरा एक्सप्रे वे में भूमि अधिग्रहण के लिए तकरीबन 2900 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे, जबकि पूर्वांचल एक्सप्रेव वे के लिए भूमि अधिग्रहण में कुल 7058 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अधिकारी का कहना है कि यूपी की जमीन काफी उपजाऊ है, लिहाजा सरकार ने किसानों को इसकी अच्छी कीमत देने का फैसला लिया है।

हालांकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भी  बीजेपी ने सपा  सरकार  पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बड़ी रकम खर्च करने का आरोप लगाते हुए इसे ‘घोटाला’ करार दिया था। साथ ही, इस मामले में जांच के भी आदेश दिए गए थे।

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