US Strikes: जॉर्डन हमले के जवाब में अमेरिका ने सीरिया और इराक में ईरान से जुड़े 85 से अधिक ठिकानों को बनाया निशाना

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अमेरिकी सेना जॉर्डन में सैन्य अड्डे पर हुए ड्रोन हमले के जवाब में शुक्रवार को इराक और सीरिया में ईरानी पोस्टों पर दर्जनों हवाई हमले किए। अमेरिका और ईरान ने मौत के आंकड़ों पर अब तक कोई भी जानकारी शेयर नहीं की है। पिछले हफ्ते जॉर्डन में किए गए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद अमेरिका ने ये जवाबी कार्रवाई की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में अमेरिका के हवाई हमलों में छह मिलिशिया लड़ाके मारे गए हैं। इनमें तीन गैर-सीरियाई थे। अमेरिकी सेना ने एक बयान में कहा कि अमेरिका ने शुक्रवार को इराक और सीरिया में ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और उनके समर्थित मिलिशिया से जुड़े 85 से अधिक ठिकानों पर जवाबी हवाई हमले किए।

जॉर्डन में किए गए ड्रोन हमले में अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद वाशिंगटन ने ईरानी सैनिकों को दोषी ठहराते हुए बड़े स्तर पर हवाई हमलों का आदेश दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, “हमारी प्रतिक्रिया आज शुरू हुई, टाइम और जगह हम चुनेंगे। ” उन्होंने आगे कहा कि, “अमेरिका मिडल ईस्ट या फिर दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो लोग हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं उन्हें यह जानना जरूरी है कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाते हैं, तो हम जवाब देंगे। “

हमले के बाद बाइडन का बयान

ईरान समर्थिक आतंकी समूहों के ठिकानों पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने एक बयान में कहा कि अमेरिका मध्य-पूर्व में संघर्ष नहीं चाहता है लेकिन अगर किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचता है तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि पिछले रविवार को जॉर्डन में ईरान द्वारा समर्थित आतंकी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। शुक्रवार को मैं डोवर एयरफोर्स बेस पर इन बहादुर सैनिकों के शवों की वापसी पर श्रद्धांजलि समारोह में शामिल हुआ और उनके परिवारों से बात की। बीते दिनों ने बाइडन ने जवाबी हमले की मंजूरी दी थी। इसके बाद अमेरिकी ने शुक्रवार को पहला हमला किया।

आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले में तीन सैनिकों की मौत के बाद उकी श्रद्धांजलि सभा में जिम्मेदारों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी। अब अमेरिका ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरानी पोस्टों को निशाना बनाया है।

तनाव बढ़ने की आशंका

अमेरिकी सेना ने ईरान की सीमा के अंदर किसी भी ठिकाने को निशाना नहीं बनाया है। लेकिन अमरेकिा के जवाबी हमलों के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। गाजा में पिछले तीन महीने से चल रहे इस्राइल-हमास युद्ध के कारण क्षेत्र में पहले से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है।

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