अमेरिका ने पाकिस्तान से प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद की रिहाई पर अब खुलकर सामने आया है। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान हाफिज सईद को गिरफ्तार करके उस पर केस चलाए।

बता दें कि 21 नवंबर को हाफिज सईद की नजरबंदी को वहां की अदालत ने खत्म कर दिया था और वह कल रिहा हो गया। आतंकवाद के इस आका के रिहाई पर हर तरफ गुस्सा है। अमेरिका ने पाकिस्तान की सरकार से कहा कि वह तुरंत यह सुनिश्चित करे कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हाफिज को जल्द फिर गिरफ्तार कर, उसे उसके गुनाहों की सजा दी जाए।

अमेरिकी गृह मंत्रालय के प्रवक्ता हीथर न्यूर्ट ने कहा, ‘अमेरिका इस बात से गहरी चिंता में है कि लश्कर-ए-तैयबा के लीडर हाफिज सईद को पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है। लश्कर-ए-तैयबा एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है जो आतंकवादी हमलों के जरिए हजारों मासूमों की मौत के लिए जिम्मेदार है, जिनमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं।’

वहीं, भारत का इस बाबत कहना है कि हाफिज का खुला घूमना दर्शाता है कि पाकिस्तान आतंकियों को सजा देने के मामले में बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। गुरुवार आधी रात को हुई रिहाई पर उसके घर के बाहर भीड़ जमा थी। वहां उसने भड़काऊ भाषण दिया। कहा, “10 महीनों तक मुझे नजरबंद कर रखा गया, जिससे मैं कश्मीर पर न बोल सकूं। मैं कश्मीरियों के हक की लड़ाई लड़ता हूं। उसके लिए मैं पूरे देश की जनता को जुटाऊंगा। रिहाई के बाद हाफिज सईद ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि मेरी रिहाई से भारत की किरकिरी हुई है। भारत मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, कश्मीर आजाद होकर रहेगा।

गौरतलब है कि मई 2008 में अमेरिका ने हाफिज सईद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करते हुए उस पर 10 मिलियन डॉलर का ईनाम रखा था।

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