Al Qaeda: अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने अफगानिस्तान में ड्रोन स्ट्राइक कर अलकायदा (Al Qaeda) चीफ अल जवाहिरी 71 को ढेर कर दिया। साल 2011 में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अल कायदा को यह अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। 11 सितंबर 2011 को अमेरिका पर हुए हवाई हमलों में जवाहिरी ने अहम भूमिका निभाई थी। इन हमलों में अमेरिका के 4 नागरिक विमानों को हाइजैक करके उन्हें न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर, वॉशिंगटन के पास रक्षा मंत्रालय पेंटागन और पेंसिलवेनिया में टकराया गया था। इन हमलों में करीब 3 हजार लोग मारे गए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई
जानकारी के अनुसार खुफिया सूचना मिलने के बाद रविवार दोपहर ही जवाहिरी पर ड्रोन स्ट्राइक की गई थी, जिसमें उसकी मौत हो गई।जवाहिरी ने वर्ष 2011 में अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद इस आतंकी संगठन की कमान संभाली थी।
Al Qaeda: एक्शन पर भड़का अफगानिस्तान
Al Qaeda: ड्रोन स्ट्राइक अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA की स्पेशल टीम ने की। जवाहिरी अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से ही काबुल में रह रहा था। वहीं अमेरिकी एक्शन पर तालिबान भड़क गया है और इसे दोहा समझौते का उल्लंघन बताया है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दावा किया कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर एक हवाई हमले के दौरान अल-कायदा चीफ अल-जवाहिरी को मार गिराया गया। टेलीविजन पर संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि इंसाफ हुआ है और आतंकी अब जिंदा नहीं बचा है।
Al Qaeda: तालिबान सरकार ने की जांच
Al Qaeda: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इस अमेरिकी ऑपरेशन की कड़ी निंदा की है। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अमेरिकी कार्रवाई की आलोचना की है। इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों और दोहा समझौते का उल्लंघन करार दिया।
Al Qaeda: बताया कि 1 अगस्त 2022 को काबुल सिटी के शेरपुर इलाके के रिहाइशी इलाके में हवाई हमला किया गया। पहले हमले के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया, लेकिन तालिबान सरकार की तरफ से सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने जब इसकी पड़ताल की तो यह पाया कि यह हमला अमेरिकी ड्रोन ने किया था।
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