Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट में सोमवार नवनियुक्त जजों के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।समारोह का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के सभागार में हुआ।केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से सिफारिश किए गए पांच जजों के नामों की मंजूरी दी थी।जिन पांच नामों को मंजूरी मिली है, उनमें राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पंकज मित्तल, पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल, मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पीवी संजय कुमार, पटना हाईकोर्ट के जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस मनोज मिश्रा का नाम शामिल हैं।
Supreme Court: जानिए उन 5 जजों के बारे में जो कॉलेजियम का हिस्सा बनेंगे
जस्टिस पंकज मित्तल: जस्टिस पंकज मित्तल वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। इससे पहले वह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुके हैं। मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी पदोन्नति से पूर्व वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति मित्तल को वर्ष 1985 में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में नामांकित किया गया था। उन्होंने एक वकील के रूप में हाईकोर्ट में अभ्यास करना शुरू किया था।
जस्टिस संजय करोल:जस्टिस संजय करोल नवंबर 2019 से पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।इससे पूर्व उन्हें त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।न्यायमूर्ति करोल ने वर्ष 1986 में एक वकील के रूप में दाखिला लिया।उन्होंने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी अपना अभ्यास शुरू किया।
जस्टिस पीवी संजय कुमार:जस्टिस पीवी संजय कुमार 2021 से मणिपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। इससे पूर्व वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में न्यायाधीश थे। उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में बतौर न्यायाधीश के रूप काम किया है। न्यायमूर्ति कुमार को अगस्त 1988 में आंध्र प्रदेश की बार काउंसिल के सदस्य के रूप में नामांकित किया गया था।
न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह:वर्तमान में न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश हैं। साल 2011 में पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए, फिर उन्हें 2021 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया।जून 2022 में पटना हाईकोर्ट में दोबारा स्थानांतरित कर दिया गया।जस्टिस अमानुल्लाह को सितंबर 1991 में बिहार स्टेट बार काउंसिल में नामांकित किया गया था।
जस्टिस मनोज मिश्रा: मनोज मिश्रा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं। उन्होंने 2011 में न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।न्यायमूर्ति मिश्रा को 12 दिसंबर, 1988 को एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था।वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के दीवानी, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में अभ्यास कर चुके हैं।
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