नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई है। मुर्शिदाबाद के जलांगी इलाके में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं और स्थानीय लोगों में झड़प के बाद हिंसा भड़की है। घायलों को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
टीएमसी कार्यकर्ता सड़क जाम करके विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया और दोनों पक्षों में झड़प हुई। झड़प ने धीरे-धीरे हिंसा का रूप अख्तियार कर लिया. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा पांच गंभीर रूप से घायल हैं।
बंगाल में हुई हिंसा पर कांग्रेस नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी और बीजेपी को लताड़ते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लोगों ने बम और बंदूर लेकर हमला किया।
उनका जो नेता है वह भी खूनी है, उन्होंने नागरिकों के ऊपर हमला किया। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में टीएमसी के पास बम और बंदूक है। प्रशासन और पुलिस उनकी है, वो कुछ नहीं करते। टीएमसी के लोग गुंडे हैं और यह तो सबको पता है यह तो मैं कई बार बोल चुका हूं।
टीएमसी के स्थानीय नेताओं ने हालांकि इन तमाम आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने इस हिंसा के पीछे कांग्रेस और सीपीएम के स्थानीय नेताओं का हाथ बताया है। उनका आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता इलाके से गुजर रहे थे, तभी उन पर हमला कर दिया गया।