जलती पराली पर नहीं लग रही लगाम, अकेले पंजाब में ही 80% मामले

AAP के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ हुए प्रदर्शनों की वजह से पंजाब में किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर किया है।

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जलती पराली पर नहीं लग रही लगाम, अकेले पंजाब में ही 80% मामले
जलती पराली पर नहीं लग रही लगाम, अकेले पंजाब में ही 80% मामले

Stubble Burning: इस समय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर वायु प्रदूषण की मार झेल रही है। दिल्ली की इस जहरीली हवा से निपटने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। एक ओर प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली में जहां निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है, वहीं, पंजाब में धान की पराली जलाने के कारण वायु गुणवत्ता और खराब हो रही है। इससे दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नहीं हो पा रहा। अब इस मुद्दें को लेकर बीजेपी और AAP आमने-सामने आ गई है।

Stubble Burning: पंजाब में जल रही रिकॉर्ड तोड़ पराली, AAP मंत्री का आरोप- "केंद्र सरकार के कारण मजबूर हैं किसान"
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दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के कारण ही किसान खेतों में पराली जलाने को मजबूर हैं। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब उत्तर भारत में पराली जलाने वाले राज्यों की लिस्ट में एक बार फिर शामिल हो गया है। प्रदूषण के कारण जहां दिल्ली-एनसीआर वालों का दम घुट रहा है, वहीं, राजनीतिक पार्टियों को इसमें राजनीति करने का मौका मिल गया है।

Stubble Burning: पंजाब में जल रही उत्तर भारत की सबसे अधिक पराली

गौरतलब है कि उत्तर भारत में पराली जलाने के सबसे अधिक मामलों वाले राज्य में पंजाब का नाम शामिल है। पंजाब में इस साल अभी तक पराली जलाने के 16,004 मामले सामने आए हैं। पूरे उत्तर भारत में सिर्फ पंजाब में 80 प्रतिशत पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। सख्ती के बावजूद सरकार के आदेश का किसानों पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है।

पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के मामलों में बड़ी वृद्धि देखी गई, जिसमें रिमोट सेंसिंग सेंटर के उपग्रहों द्वारा आग की 2,131 घटनाओं का पता चला है। पिछले 2 वर्षों में इस दिन दर्ज की गई तुलना में यह आंकड़ा सर्वाधिक है। 29 अक्टूबर, 2021 को पंजाब के खेतों में आग की 1,353 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2022 में इसी दिन राज्य में 1,541 मामले दर्ज किए गए थे।

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Stubble Burning: गोपाल राय ने केंद्र को ठहराया जिम्मेदार

AAP के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ हुए प्रदर्शनों की वजह से पंजाब में किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान पराली जलाने को मजबूर हैं, क्योंकि केंद्र सरकार ने पराली जलाने के लिए उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की राज्य सरकार की योजना का समर्थन नहीं किया।

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान राजनीति के जरिए नहीं किया जा सकता। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इसके लिए एक योजना बनायी है। इसे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और बहादुरगढ़ में भी लागू किया जाना चाहिए। विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र(सीएसई) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, दिल्ली में 69 प्रतिशत वायु प्रदूषण बाहरी कारकों की वजह से होता है।

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Stubble Burning: बीजेपी ने पंजाब सरकार को घेरा

पराली जलाने के मुद्दें पर ‘आप’ और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौरा शुरू हो गया है। पंजाब भाजपा के प्रदेश महासचिव डॉक्टर सुभाष शर्मा ने पंजाब में पराली जलाने के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य की मान सरकार को घेरा है। डॉक्टर सुभाष ने मंगलवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि पंजाब और दिल्ली की जनता के समक्ष बड़ी-बड़ी डींगें हांकने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल पराली प्रबंधन में फेल साबित हुए हैं।

डॉक्टर सुभाष शर्मा ने कहा कि पंजाब में एक दिन में पराली जलाने की 330 घटनाएं सिर्फ मुख्यमंत्री भगवंत मान के विधानसभा क्षेत्र में हुई हैं। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पराली प्रबंधन के लिए दी गई मशीनें भी वैसे ही पड़ी हुई हैं। मोदी सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षों में 2,440 करोड़ रुपये जारी किए, जिसमें से 47 प्रतिशत फंड पंजाब को मिला। पंजाब को 1147 करोड़, जबकि हरियाणा को 697 करोड़ रुपये मिले। इसके बावजूद आप सरकार पराली प्रबंधन में नाकाम साबित हुई है।

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