बांदा में कई घंटों से हो रही बारिश ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। लेकिन समस्या तब और बढ़ जाती है जब प्रशासन भी मदद के लिए हाथ खड़ा कर दे। बता दें कि भारी बारिश से चंद्रावल नदी समेत कई नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ा है। ऐसे में लोगों की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण जलभराव हो गया है जिससे गांवों का संपर्क टूट गया है। साथ ही बिजली,खाना आदि की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। हांलाकि ग्रामीण वासी नावों के मदद से एक से दूसरे स्थान जा रहे हैं। किंतु उनको मिलने वाली और अन्य सुविधाएं नहीं पहुंच रही हैं।

योगी सरकार ने प्रदेश में बाढ़ क्षेत्रीय इलाकों में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं किंतु बांदा जिले का हाल कुछ और ही बयां कर रहा है। यहां मुख्यमंत्री के आदेश को ताक पर रखते हुए अधिकारी शांत बैठे हैं। दो दिनों से हो रहे बारिश में भी अभी अधिकारियों की तरफ से ग्रामीण वासियों को वो सुविधाएं नहीं उपलब्ध करवाई गईं जो उपलब्ध होने चाहिए थे।

बता दें कि भारी बारिश के कारण बरेढ़ा,अमारा,कुटी, पाल का डेरा, शिवरामपुर, डिप्टी डेरा समेत आधा दर्जन गांव प्रभावित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने बाढ़ को रोकने के लिए कोई एक्शन नहीं लिया है।

बता दें कि यूपी में कई जगह भारी बारिश के कारण हाईअलर्ट जारी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिन 10 जिलों में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है, उनमें लखनऊ, प्रतापगढ़, फैजाबाद, गोंडा, रायबरेली, हरदोई, बाराबंकी, बदायूं, बरेली तथा मुरादाबाद शामिल है।   

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