Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। चाचा शरद पवार को दरकिनार कर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने शिंदे सरकार को समर्थन देकर डिप्टी सीएम के पद की शपथ ले ली।शरद पवार की एनसीपी टूट के कगार पर पहुंच गई है। अजित पवार ने पहले अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक की। इसके बाद 17 विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन देने के लिए राजभवन रवाना हो हुए। मालूम हो कि अजित पवार के अलावा 9 एनसीपी विधायक भी शपथ ले रहे हैं। जिनमें धर्मराव अत्रम, सुनील वलसाडे, अदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, छगन भुजबल, धन्नी मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे प्रमुख हैं।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ सभी मंत्री भी राजभवन मौजूद हैं। इसके अलावा एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल जभवन में मौजूद हैं। जिन्हें शरद पवार का करीबी कहा जाता है।
Maharashtra Politics: अवसर नहीं मिलने से नाराज थे अजित
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में काम करने का अवसर नहीं दिए जाने के बाद से ही अजित पवार नाराज थे। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीयकार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले भी शामिल हुईं। हालांकि, सुले बैठक छोड़कर चली गईं।
Maharashtra Politics:शरद पवार ने कार्यक्रम किए रद्द
Maharashtra Politics: जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने पुणे में मौजूद शरद पवार से फोन पर बातचीत की। राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखते हुए, शरद पवार ने पुणे में रहने का फैसला किया।इसी बीच उन्होंने अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम भी रद्द कर दिए।
Maharashtra Politics: विपक्ष को झटका
राजनीतिक जानकारों के अनुसार भाजपा-शिवसेना को समर्थन देने का एनसीपी का फैसला 2024 से पहले विपक्षी एकता के लिए एक बड़ा झटका है।शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने पिछले दिनों दावा किया था कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।इससे पहले अप्रैल 2023 में अजित पवार ने साफ शब्दों में मुख्यमंत्री बनने की चाहत दिखाई थी. उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और 2024 में क्यों?
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