नागालैंड (Nagaland) से रविवार की सुबह ऐसी खबर सामने आई जिसने आत्मा को झकझोर दिया है। यहां पर सेना की गलती के कारण दर्जन भर नागरिकों की जान चली गई। नागालैंड में सुरक्षा बलों के एक आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में ‘गलत पहचान’ के चलते कई स्थानीय लोग मार गए। पुलिस ने बातया कि मरने वालों की संख्या में दर्जन भर लोग शामिल हैं। घटना म्यांमार की सीमा से लगे नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में हुई है।
गुप्त सूचना पर वार
सूत्रें से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों को गुप्ता सूचना मिली थी कि तिरु-ओटिंग सड़क से उग्रवादी गुजरने वाले हैं। सुरक्षा बलों ने तिरु-ओटिंग सड़क पर घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन गलती से ग्रामीणों को उग्रवादी समझ लिया। उनपर गोलियों की बौझार कर दी।
घटना के बाद नागालैंड में दंगे जैसा माहौल है। गुस्साए ग्रामीणों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। हमले में ग्रामीणों के मारे जाने पर स्थानीय लोग गुस्साई भीड़ में तब्दील हो गए और सुरक्षा बलों को घेर लिया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों को ‘आत्मरक्षा’ में भीड़ पर गोलियां चलानी पड़ीं और कई ग्रामीणों को गोलियां लगी।
Nagaland के CM ने शांति की अपील की
नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो (Neiphiu Rio) ने शांति की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में नागरिकों की हत्या अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के कानून के मुताबिक न्याय मिलेगा। सभी वर्गों से शांति की अपील।’
गृह मंत्री Amit Shah ने जताया दुख
गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘नगालैंड के ओटिंग, मोन में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय मिल सके।’
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