मोहाली में खेले गए दूसरे वन-डे में भारत ने श्रीलंका को 141 रनों से हरा दिया और तीन मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। इसका सबसे बड़ा श्रेय भारतीय टीम के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा को जाता है जिन्होंने धुंआधार बल्लेबाजी से श्रीलंकाई टीम के छक्के छुड़ा दिए। रोहित ने नाबाद 208 रनों की नाबाद पारी खेली। पूरी श्रीलंकाई टीम  393 रनों का पीछा करते हुए 251 रनों पर ढेर हो गई।

विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और 15 रन के कुल स्कोर पर उपुल थरंगा को हार्दिक पांड्या ने दिनेश कार्तिक के हाथों कैच कराया। इसके बाद 30 रन के कुल स्कोर पर गुनाथिलाका (16) भी बुमराह की गेंद पर धोनी को कैच थमाकर चलते बने। थिरिमाने (21) ने टिकने की कोशिश की लेकिन पहला वन-डे खेल रहे वॉशिंगटन सुंदर ने उन्हें बोल्ड कर विकेटों का खाता खोला। इसके बाद डिकवेला (22) और गुनारत्ने (34) के विकेट भी गिर गए। श्रीलंका के लिए एंजेलो मैथ्यूज टिककर खड़े रहे और स्कोरबोर्ड चलाते हुए अपना शतक (111*)  बनाया। उन्हें अन्य किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिला। श्रीलंका ने पूरे ओवर खेलकर 8 विकेट पर 251 रन बनाए और 141 रनों के बड़े अंतर से मैच गंवाया। भारत के लिए युजवेंद्र चहल ने 3 और जसप्रीत बुमराह ने 2 विकेट झटके। रोहित शर्मा को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।

इससे पहले टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला श्रीलंका के लिए उस वक्त उल्टा साबित हो गया, जब रोहित शर्मा और शिखर धवन ने भारत के लिए धमाकेदार शतकीय साझेदारी की और एक शानदार नींव रखी। शिखर धवन को 68 रन के निजी स्कोर पर पथिराना ने थिरिमाने के हाथों कैच कराया। इसके बाद श्रेयस अय्यर ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर भारतीय पारी को उसी गति से आगे बढ़ाया। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 213 रनों की साझेदारी की, अय्यर ने शानदार 88 रन बनाए और थिसार परेरा की गेंद पर चलते बने। कुल स्कोर इस वक्त 328 रन था। इस समय रोहित शर्मा ने 115 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया था। रोहित ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए अगले सौ रन महज 36 गेंदों पर बना दिए और वन-डे जीवन का तीसरा दोहरा शतक और कुल 16वां शतक बनाया। उन्होंने अपनी पारी में 13 चौके और 12 छक्के जड़े।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here