क्रिकेट में गिल्लियों का बहुत ही महत्त्व है। आईसीसी के नियमों के अनुसार एक बल्लेबाज तभी बोल्ड या रन आउट माना जाता है जब स्टंप्स पर गेंद लगने के साथ-साथ उस पर रखी गिल्लियां भी गिरे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार ऐसा कई बार हुआ है जब गेंद विकेट को छू के गई हो पर गिल्ली या जिसे अंग्रेजी में बेल्स कहते हैं, वो ना गिरने के कारण बल्लेबाज को आउट नहीं दिया गया हो। आज कल तो स्टंप्स और बेल्स में लाइट्स का भी प्रयोग किया जा रहा है ताकि रन आउट के करीबी मामलों में पता किया जा सके कि बेल्स स्टंप्स से कब अलग हुई।

लेकिन 9 जून 2017 को वेस्टइंडीज के ग्रॉस आइलेट मैदान पर खेले गए वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान के बीच खेले गए मैच में एक समय ऐसा आया जब स्टंप्स पर गिल्लियां थी ही नहीं। अफगानिस्तान की पारी के 20वें ओवर के दौरान जब वेस्टइंडीज़ के तेज गेंदबाज अलजारी जोसेफ गेंद फेंक रहे थे तभी हवा से बेल्स गिर गए। हवा इतनी जोर से चल रही थी कि गिल्लियों का स्टंप पर टिकना नामुमकिन हो रहा था। तब अम्पायर्स ने दोनों टीमों के कप्तानों के सहमति के बाद बिना बेल्स के ही मैच को जारी किया।

क्रिकेट के नियमों के मुताबिक, अंपायर की इज़ाजत और दोनों कप्तानों की सहमति के बाद ऐसा किया जा सकता है। अगर अंपायर्स बिना बेल्स के मैच जारी रखने का फैसला लेते हैं तो ऐसी स्थिति में रन आउट या स्टंपिंग होने पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी अंपायर की ही होती है। हालांकि बिना गिल्लियों के मैच कुछ समय के लिए ही खेला गया। बहरहाल, इस मैच में अफगानिस्तान ने बड़ा उलटफेर करते हुए वेस्टइंडीज की टीम को 63 रनों से हरा दिया। आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरने वाले लेग स्पिनर राशिद खान ने 2.07 के इकोनॉमी से रन देते हुए 7 विकेट चटकाए और अपनी टीम को जीत दिला दी।

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