Bishnoi vs Chahal : हाल ही में क्रिकेटर्स की आईसीसी रैंकिंग को अपडेट किया गया है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज जीतने के बाद भारतीय स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई टी20 अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग्स में पहले नंबर पर पहुंच चुके हैं । बिश्नोई ने अपने हालिया प्रदर्शन से सभी का दिल जीता है और टी20 वर्ल्ड कप 2024 की टीम स्क्वॉड के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है। अगर टीम में बिश्नोई की जगह बरकरार रहती है तो किसी अन्य खिलाड़ी या कहें किसी स्पिनर को वर्ल्ड कप स्क्वॉड से बाहर रहना होगा। ऐसे में क्रिकेट एक्स्पर्ट्स की माने तो, भारत के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल को वर्ल्ड कप से बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है।
बता दें, इन दोनों ही प्लेयर्स ने समय-समय पर अपने प्रदर्शन से भारत को कई मौकों पर जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया है। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया सीरीज में बिश्नोई भारत की ओर से एक नया सितारा बनकर उभरे हैं।
Bishnoi vs Chahal : इसी बीच, चहल को ना तो ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला में मौका मिला था और ना ही दक्षिण अफ्रीका टी20आई सीरीज में वो शामिल होंगे।
टी20आई विश्व कप 2024 वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेला जाएगा। ऐसा देखा गया है कि वेस्टइंडीज के मैदानों की सतहें स्लो लेकिन कभी-कभी फ्लैट भी होती हैं। जिससे स्पिनरों को मदद मिल सकती है। हालांकि, कुलदीप यादव और रवींद्र जड़ेजा जिस प्रकार का प्रदर्शन वनडे वर्ल्ड कप में करके आ रहे हैं, सेलेक्टर्स की पहली पसंद उन्हें ही माना जा रहा है। जिसके बाद ज्यादा से ज्यादा टीम में एक या दो स्पिनरों की ही जगह होगी। और भारत के पास स्पिन गेंदबाजी में काफी विकल्प भी मौजूद हैं। कयास लग रहे हैं कि टी20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में बिश्नोई और चहल में से सिर्फ एक ही खिलाड़ी को ही जगह मिल पाएगी।
साल 2023 में चहल और बिश्नोई का प्रदर्शन
वैसे अगर अनुभव के हिसाब से देखा जाए तो चहल बिश्नोई से काफी सीनियर प्लेयर हैं। बात अगर साल 2023 की करें तो 33 वर्षीय चहल ने 9 T20I मैच खेले हैं जिनमें उन्हें 9 विकेट ही मिल पाई। वहीं , 23 वर्षीय बिश्नोई ने इस साल 11 T20I मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 18 विकेट लिए हैं। अगर चहल की बॉलिंग स्टाइल की बात करें तो वे ऑफ-स्टंप के बाहर गेंद डालकर बल्लेबाजों को ललचाना और फिर विकेट लेना पसंद करते हैं।
वहीं, अगर बिश्नोई के गेंदबाजी स्टाइल की बात करें तो वह गुगली डालकर विकेट चटकाना पसंद करते हैं। बता दें, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में रवि ने अपने ज्यादातर विकेट गुगली डालकर की चटकाए।
चहल और बिश्नोई के T20I करियर आंकड़े
टी20आई करियर आंकड़ों की बात करें तो इन दोनों के खेले गए मुकाबलों के नंबर्स में काफी अंतर हैं। जहां एक ओर चहल ने अपने T20I करियर में 80 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उन्होंने 8.19 की इकोनॉमी से 96 विकेट लिए हैं। बता दें चहल का करियर औसत 25.09 है।
वहीं दूसरी ओर, बिश्नोई के आंकड़े फिलहाल चहल से बेहतर हैं। बिश्नोई ने अपने T20I करियर में अब तक 21 T20I मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 7.14 की इकोनॉमी से 34 विकेट लिए हैं और उनका औसत 17.38 है। भले ही चहल का करियर लंबा होने के चलते उनके खाते में अधिक विकेट हैं लेकिन, इकोनॉमी और औसत में बिश्नोई फिलहाल उनसे आगे हैं।
यह बात भी ध्यान देने वाली है कि बिश्नोई का करियर अभी शुरुआती दौर में है, अब तक खेले गए मैचों में उनका काफी अच्छा प्रदर्शन रहा है, लेकिन जैसे-जैसे करियर लंबा होता जाएगा तो उनके औसत और इकोनॉमी में गिरावट आ सकती है।
बता दें, बिश्नोई को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ के अवॉर्ड से नवाजा गया था। जिसके बाद कयास लग रहे हैं कि वर्ल्ड कप 2023 में उनकी जगह पक्की हो सकती है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए भी बिश्नोई का चुनाव किया गया है।
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