रिकॉर्ड बनते ही हैं टूटने के लिए। लेकिन बात जो भी हो भारत को उसकी नई ‘उड़नपरी’ मिल गई है जिनकी उम्र देखा जाए तो वो लंबी रेस की घोड़ा जानी जाएंगी जो कई रिकॉर्ड और भी भविष्य में तोड़ने वाली हैं। हिमा दास ने अंडर-20 चैंपियनशीप में 400 मीटर का खिताब अपने नाम कर भारत को पहली बार इस स्पर्धा में गोल्ड मैडल दिलाया है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद हिमा को भारत की नई ‘उड़न परी’ बन गई हैं। इस खिताब के साथ हिमा विश्व स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई लोगों ने हिमा को इस जीत की बधाई दी है। राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि, यह हमारे देश के लिए गर्व की बात है। विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में 400 मीटर स्वर्ण जीतने के लिए हमारी शानदार स्प्रिंट स्टार हिमा दास को बधाई। विश्व चैंपियनशिप में यह भारत का पहला ट्रैक गोल्ड है।
विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में 400 मीटर स्वर्ण जीतने के लिए हमारी शानदार स्प्रिंट स्टार हिमा दास को बधाई। विश्व चैंपियनशिप में यह भारत का पहला ट्रैक गोल्ड है। यह असम और भारत के लिए बहुत गर्व का विषय है; हिमा से अब ओलंपिक में पदक का इंतज़ार ! — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 12, 2018
वहीं इसको लेकर पीएम मोदी भी काफी खुश हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर के होनहार बेटी को बधाई दी। साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग के अलावा तमाम लोगों ने बधाईयां दी। हिमा ने राटिना स्टेडियम में खेले गए फाइनल में सिर्फ 51.46 सेकेंड का समय निकालते हुए जीत हासिल की। विश्व जूनियर चैंपियनशिप में भारत के लिए इससे पहले सीमा पूनिया 2002 में चक्का फेंक में कांस्य और नवजीत कौर ढिल्लों 2014 में चक्का फेंक में कांस्य पदक जीत चुके हैं।
India is delighted and proud of athlete Hima Das, who won a historic Gold in the 400m of World U20 Championships. Congratulations to her! This accomplishment will certainly inspire young athletes in the coming years.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2018
रोमानिया की एंड्रिया मिकलोस को सिल्वर और अमरीका की टेलर मैंसन को ब्रॉन्ज़ मेडल मिला। दौड़ के 35वें सेकेंड तक हिमा शीर्ष तीन खिलाड़ियों में भी नहीं थीं, लेकिन बाद में उन्होंने रफ्तार पकड़ी और इतिहास बना लिया। स्पर्धा के बाद जब हिना ने गोल्ड मेडल लिया और सामने राष्ट्रगान बजा तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।