वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे बड़ा भाषण दिया है। वित्त मंत्री ने अपनी बजट स्पीच में कई बड़े ऐलान किए। रेल, टैक्स, किसानों से जुड़ी कईं बड़ी घोषणाएं भी की गईं। ढाई घंटा लंबा भाषण देने के बाद उनके गले में कुछ दिक्कत हुई जिसके बाद उन्होंने अपना बाकी भाषण सदन के पटल पर रख दिया। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य मंत्रियों ने अपील करते हुए कहा कि वो अपना बजट रख दें।

बतादें कि सीतारमण ने अपना भाषण सुबह 11 बजे शुरू किया था और यह 1 बजकर 40 मिनट तक चला यानी करीब 2 घंटे 40 मिनट तक वित्त मंत्री भाषण पढ़ती रहीं।

2019 में भी देश की पहली वित्त मंत्री सीतारमन ने लंबा बजट भाषण पढ़ा था जो 2 घंटे 17 मिनट तक चला था। इससे पहले यह रेकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम था। उन्होंने 2003 में 2 घंटे 15 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा था। 2019 में निर्मला के भाषण को उर्दू, हिंदी और तमिल दोहे शामिल किए गए थे।

इस दौरान निर्मला सीतारमण ने साहित्य अकादमी से सम्मानित कश्मीरी कवि पं. दीनानाथ कौल जी की कविता पढ़ी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाषण में कहा, हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन-तेरा वतन-हमारा वतन-दुनिया का सबसे प्यारा वतन।

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