आँध्रप्रदेश के विजयनग्राम ज़िले के कुनेरू में शनिवार देर रात हुए एक ट्रेन हादसे में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक लोग घायल हैं। यह हादसा करीब 11:20 बजे तब हुआ जब जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के अलावा 1 लगेज वैन, 2 जनरल बोगी, 2 स्लीपर डिब्बे,1 थर्ड एसी और 1 सेकेंड एसी कोच पटरी से उतर गए।इस साल की इस सबसे बड़ी रेल दुर्घटना में माओवादियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं साथ ही मृतकों के लिए दो लाख,गंभीर रूप से घायलों के लिए पचास हज़ार और आंशिक रूप से घायलों के लिए पच्चीस हज़ार रुपये की मुआवज़े का ऐलान भी किया है।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे को दुखद बताते हुए संवेदना ज़ाहिर की और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना भी की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। ख़बरों के अनसुार, यह ट्रेन शनिवार दोपहर 3 बजे जगदलपुर से राजधानी भुवनेश्वर के लिए निकली थी और देर रात ओडिशा के रायगढ़ से 35 किलोमीटर दूर विजयनग्राम के कुनेरू स्टेशन के पास दुघटनाग्रस्त हो गई। वहीं रेल मंत्रालय ने इस बाबत ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि अलग-अलग जगहों से कुल चार राहत वैन घटनास्थल पर भेजे गए हैं।  घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने के साथ राहत और बचाव का काम जारी है। RAIL

रेल हादसे पर रेलवे ने किसी किस्म की साजिश की आशंका को खारिज नहीं किया है। रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा है कि हादसे की वजह की जांच सभी एंगल्स से की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर किसी किस्म की असामान्य गतिविधि हुई है या पटरियों के साथ छेड़छाड़ हुई है तो इस बात की जांच की जाएगी। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी इस मामले की जांच करेंगे। वह मौके का दौरा करेंगे। इस हादसे के चलते विजयनगरम-सिंहपुर के बीच ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है।’

उल्लेखनीय है कि 20 नवंबर 2016 को कानपुर के पुखरायां में हुए एक रेल हादसे में  में 150 से अधिक लोगों की मौतहुई थी और  सैकड़ों घायल हुए थे।इसके अलावा 28 दिसंबर 2016 को कानपुर के पास रूरा में अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी  जिसमे दो लोगों की मौत और 80 से अधिक घायल हुए थे।

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