Packaged Food Rules: क्या आपको भी जंक और पैकेज्ड फूड टेस्टी लगते हैं?… तो जरूर पढ़िए ये खबर

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Packaged Food Rules
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Packaged Food Rules: इस समय बाजार में पैकेज्ड फूड की मांग बढ़ रही है। किसी भी दुकान या मॉल में कई ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिन्हें पैकेजिंग खोलने के तुरंत बाद खाया जा सकता है। क्योंकि लोगों के पास समय की कमी है। अपने बिजी शेड्यूल में उन्हें जो भी मिलता है वह खा लेते हैं। हालांकि ये पैकेज्ड फूड इस तरह से तैयार किए जाते हैं, कि इन्हें आप कभी भी खा सकते हैं। लेकिन कुछ लोग अपने हेल्थ को लेकर चिंता में रहते हैं वह यह समझ नहीं पाते कि ऐसे पैकेज्ड फूड स्वास्थ्य के लिए सही हैं या नहीं।

हर कंपनी का दावा है कि उसकी कंपनी का खाना खाने से आपकी सेहत पर कोई खराब प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। हालांकि यह उस कंपनी की मार्केटिंग का हिस्सा है, लेकिन फैक्ट चैक के बिना पैकेज्ड फूड्स चुन लेना गलत होगा। इसलिए पैकेज्ड फूड्स चुनते समय सावधान रहना जरूरी है।

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आमतौर पर हर पैकेज्ड फूड पर सामग्री की मात्रा लिखी होती है। पैकेट पर लिखा होता है कि कितनी चीनी, कितना प्रोटीन, कितना फैट है। हालांकि, आम आदमी के पास इसे मानने के सिवा और कोई चारा नहीं होता। पैकेट पर कंपनी खुद को गलत दिखाने के लिए कुछ भी ऐसा नहीं लिखने वाली है। इसे लेकर अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा हाल ही में एक घोषणा की गई है। इसके अनुसार निर्धारित मापदंड से कम या अधिक मात्रा में चीनी, प्रोटीन, वसा का उपयोग करने वाले खाद्य पदार्थों को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक श्रेणी में रखा गया है।

Packaged Food Rules: बढ़ती जा रही है बीमारियां

इस समय गंभीर बीमारियों की संख्या बढ़ती जा रही है क्योंकि पैकेज्ड फूड से कई हानिकारक पदार्थ शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। इसमें मौजूद प्रिजर्वेटिव और अन्य पदार्थों के कारण पूरी दुनिया में मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। उसके लिए नागरिकों के पेट में स्वस्थ भोजन मिलना जरूरी है। नागरिकों को खतरनाक पदार्थों से बचाने और कंपनियों द्वारा लोगों को ठगने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।

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ऐसे हैं नए मानदंड

संयुक्त राज्य अमेरिका में FDA द्वारा घोषित नियमों के अनुसार, किसी भी पैकेज्ड फ़ूड में निर्धारित मात्रा की बार-बार जांच की जाएगी। यदि चीनी और सोडियम की मात्रा सीमा से अधिक हो तो इसका लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। जिन खाद्य पदार्थों में यह पाया गया उन्हें ‘स्वास्थ्य के लिए हानिकारक’ के रूप में घोषित कर दिया जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि 250 ग्राम भोजन में अधिकतम 10 प्रतिशत सोडियम की मात्रा होने की उम्मीद है, तो उसे उस स्तर पर रखना अनिवार्य होगा। यदि यह पाया जाता है कि एक पैकेट में इससे अधिक मात्रा है, तो भोजन को ‘अस्वस्थ भोजन’ की श्रेणी में डाल दिया जाएगा।

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